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17 Dec 2017 · 1 min read

@गुलशन खुशबू से महका गया@

गुलशन खुशबू से महका गया

★ अंधकार को चिरता हुआ सूरज आसमाँ में निकल आया,,
नीलगगन से सुनहरी किरण
बिखरने ज़मी पर आया।

★ जल नदियों का भी अपने वेग से बह रहा,,
हर इंशा को चलने का पैगाम दे रहा।

★ चिड़ियों ने भी अपना घोंसला छोड़ उड़ान भर दिया,,
फुदक फुदकर छत पर रखा दाना पानी चुग लिया।

★ बागों में भी कलियों ने खिलकर मुस्कुरा दिया,,
सारी फ़िजा को अपनी खुशबू से महका दिया।

★ भवरों ने भी तितलियों संग फूलों का रसपान कर लिया,,
सुबह सुबह बच्चों का मन सबने मोह लिया।

★ गुलशन के हर फूल की रंगत ने मन को मोह लिया,,
सोनू ने देख इन्हें खिलखिलाकर हँस लिया।

गायत्री सोनू जैन मंदसौर

Language: Hindi
1 Like · 230 Views
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