गीत : प्यारभरा…..??
तुम जो मुस्क़राते हो,बड़े अच्छे लगते हो।
दिलरुबा दिलके तुम,बड़े सच्चे लगते हो।।
तेरी तस्वीर मैंने तो,दिल में बसा ली है।
आँखों में प्यार की,मैंने काजल डाली है।
अब न कहना सनम,अजी!पीछे लगते हो।
दिलरुबा दिलके……………..।
होठों पर नाम तेरा ही,अब आने लगा है।
नग़मों मिलन के दिल,मेरा सजाने लगा है।
आँखों से ख़ुशी के तुम,आँसू बन बहते हो।
दिलरुबा दिलके………………।
हाथों पर नाम तेरा मैं,लिख चूम लेता हूँ।
आँखों में सपने तेरे,सजाकर झूम लेता हूँ।
रोमांच जगता दिल में,जब सामने आते हो।
दिलरुबा दिलके………………।
ये दिल अब तो सनम,घर तेरी यादों का।
समझ मनसूबा अब तो,तू मेरे इरादों का।
जग की हर शै नीरस मुझे तुम ही भाते हो।
दिलरुबा दिलके……………….।
…….राधेयश्याम बंगालिया”प्रीतम”
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