गीत :तुम से बिछुड़ के दिल
तुम से बिछुड़ के दिल पागल दीवाना हो गया।
तेरे प्यार में जानेजाना हरपल अफ़साना हो गया।।
तू मिले मिलकर संवर जाएं फूल
-ख़ुशबू से सनम हम।
प्यार के फलसफ़े हमारे दोहराएं
आने वाले दीवाने हमदम।
हमारे प्यार का सीख देनेवाला नज़राना हो गया।
इन धड़कनों में दर्द तेरा ही धड़का
करे पलपल मेरे हमनवां।
तुझे पाकर सफल हो कारवां ज़िन्दगी
का मेरे दिल के राजदां।
मेरी नज़रों में तेरी नज़रों का पैमाना हो गया।
हम-तुम मिलें ज़माना जले तो जले
प्यार का सफ़र बढ़ता रहे।
सूरज की तरह ओ सिरताज़ मेरे सनम
रोशनी दिल की गढ़ता रहे।
मेरी जुबां पर तेरा अब तो गान गाना हो गया।
तेरे प्यार में…………………..
गीतकार :राधेश्याम बंगालिया “प्रीतम”
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