Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2021 · 1 min read

गीता छंद

गीता छंद

डाली नभ रक्तिम चूनर,धरणी सजी वधु वेश।
मंद मंद मारुत प्रवाह,रश्मिरथी का प्रवेश।।
खगवृंद का सुखद विचरण,गौ धन चरण शुचि धूल।
भिनसारे निरखी बेला,हृदय जाता दुख भूल।।

माँ भारती का शुभ अलिक,उत्तुंग शिखर साक्षात।
तीनों तरफ माँ के खड़े,रक्षक जलधि दिन-रात।।
जो तान कर सीना डटे,रिपु को हमेशा मात।
वे वीर अंतिम श्वास तक,दें शत्रु को आघात।।

प्रभु ने हमें निःशुल्क दी, प्रकृति विपुल उपहार।
स्वार्थी न मानव-सा कहीं,निज हित करे संहार।।
संभल समय से तू अधम, वरना निकट है अंत।
जैसा करो वैसा भरो, कहते सदा ही संत।।

रंजना माथुर
अजमेर राजस्थान
( मेरी स्वरचित, मौलिक व अप्रकाशित रचना )

Language: Hindi
712 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*ऊपर से जो दीख रहा है, कब उसमें सच्चाई है (हिंदी गजल)*
*ऊपर से जो दीख रहा है, कब उसमें सच्चाई है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण
देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण
विमला महरिया मौज
बेहतर है गुमनाम रहूं,
बेहतर है गुमनाम रहूं,
Amit Pathak
3185.*पूर्णिका*
3185.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्षमा करें तुफैलजी! + रमेशराज
क्षमा करें तुफैलजी! + रमेशराज
कवि रमेशराज
ज़िंदगी मौत पर
ज़िंदगी मौत पर
Dr fauzia Naseem shad
विज्ञापन
विज्ञापन
Dr. Kishan tandon kranti
जय श्रीराम हो-जय श्रीराम हो।
जय श्रीराम हो-जय श्रीराम हो।
manjula chauhan
💐प्रेम कौतुक-492💐
💐प्रेम कौतुक-492💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुछ इस लिए भी आज वो मुझ पर बरस पड़ा
कुछ इस लिए भी आज वो मुझ पर बरस पड़ा
Aadarsh Dubey
छलावा
छलावा
Sushmita Singh
तलाशता हूँ -
तलाशता हूँ - "प्रणय यात्रा" के निशाँ  
Atul "Krishn"
मेरे राम
मेरे राम
Prakash Chandra
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्रेम
प्रेम
Dr.Priya Soni Khare
इम्तिहान
इम्तिहान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
‼️परिवार संस्था पर ध्यान ज़रूरी हैं‼️
‼️परिवार संस्था पर ध्यान ज़रूरी हैं‼️
Aryan Raj
अंतर्जाल यात्रा
अंतर्जाल यात्रा
Dr. Sunita Singh
इन्तजार है हमको एक हमसफर का।
इन्तजार है हमको एक हमसफर का।
Taj Mohammad
जिंदगी की ऐसी ही बनती है, दास्तां एक यादगार
जिंदगी की ऐसी ही बनती है, दास्तां एक यादगार
gurudeenverma198
सब्र का बांँध यदि टूट गया
सब्र का बांँध यदि टूट गया
Buddha Prakash
जब मैंने एक तिरंगा खरीदा
जब मैंने एक तिरंगा खरीदा
SURYA PRAKASH SHARMA
अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
Shweta Soni
मछली के बाजार
मछली के बाजार
Shekhar Chandra Mitra
रे मन
रे मन
Dr. Meenakshi Sharma
भाग्य का लिखा
भाग्य का लिखा
Nanki Patre
!! बच्चों की होली !!
!! बच्चों की होली !!
Chunnu Lal Gupta
साधना
साधना
Vandna Thakur
🙅आम चुनाव🙅
🙅आम चुनाव🙅
*Author प्रणय प्रभात*
Bus tumme hi khona chahti hu mai
Bus tumme hi khona chahti hu mai
Sakshi Tripathi
Loading...