Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2021 · 1 min read

गीता छंद, भोजपुरी

#विधा:- गीता छंद आधारित गीत
#विधान:- विधान – ये छंद के प्रत्येक चरण में 26 मात्रा होला; 14,12 पर यति अनिवार्य बा , आदि में सम कल होला ; अंत में 21
5,12,19,26 वीं मात्रा अनिवार्य रूप से लघु 1 रहेला l

मापनी –
2212 2212 2212 221
गागालगा गागालगा गागालगा गागाल
———————————————-
अब प्रेम में पड़के रमल, मन में उठल बा आस।
हियरा जुड़ाइल नेह से, सब मिट गइल बा प्यास।

जब प्रेम सूरज बन चलल, तबही भइल ई भोर।
चहुँदिस उजाला छा गइल,
सूखल नयन के लोर।।
सजनी मिलल मन खिल गइल, मन से मिटल संत्रास।
हियरा जुड़ाइल नेह से, सब मिट गइल बा प्यास।।

हम प्यार के पतवार से, चलली करे भव पार।
तब ही जुड़ल बा जीत से, नाता मिटल बा हार।
सजनी बिना बस खिन्नता, जीवन रहे बस लाश।
हियरा जुड़ाइल नेह से, सब मिट गइल बा प्यास।।

मन मोर नाचत आज बा, हर दिन सुहावन भोर।
सजनी मिलल मुख चोख बा, सुन्दर वरन बा गोर।।
सजनी मिलल जीवन खिलल, उर से मिटल सब त्रास।
हियरा जुड़ाइल नेह से, सब मिट गइल बा प्यास।।

✍️पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’
मुसहरवा (मंशानगर) पश्चिमी चम्पारण, बिहार

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 234 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
हिटलर
हिटलर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
बदली - बदली हवा और ये जहाँ बदला
बदली - बदली हवा और ये जहाँ बदला
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"आया मित्र करौंदा.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति
* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति
Ravi Prakash
बगिया* का पेड़ और भिखारिन बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
बगिया* का पेड़ और भिखारिन बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
तो जानो आयी है होली
तो जानो आयी है होली
Satish Srijan
मैं
मैं "लूनी" नही जो "रवि" का ताप न सह पाऊं
ruby kumari
23/191.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/191.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ऐसे तो दूर नहीं होगी यह मुश्किल
ऐसे तो दूर नहीं होगी यह मुश्किल
gurudeenverma198
काजल
काजल
SHAMA PARVEEN
बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
फागुन कि फुहार रफ्ता रफ्ता
फागुन कि फुहार रफ्ता रफ्ता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कुछ बात थी
कुछ बात थी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
💐प्रेम कौतुक-363💐
💐प्रेम कौतुक-363💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
* कुछ लोग *
* कुछ लोग *
surenderpal vaidya
काश ! ! !
काश ! ! !
Shaily
“ ......... क्यूँ सताते हो ?”
“ ......... क्यूँ सताते हो ?”
DrLakshman Jha Parimal
दर्स ए वफ़ा आपसे निभाते चले गए,
दर्स ए वफ़ा आपसे निभाते चले गए,
ज़ैद बलियावी
राम-राज्य
राम-राज्य
Bodhisatva kastooriya
कहाँ लिखता है
कहाँ लिखता है
Mahendra Narayan
पृथ्वीराज
पृथ्वीराज
Sandeep Pande
#निस्वार्थ-
#निस्वार्थ-
*Author प्रणय प्रभात*
पानी से पानी पर लिखना
पानी से पानी पर लिखना
Ramswaroop Dinkar
शर्म
शर्म
परमार प्रकाश
श्रीराम गिलहरी संवाद अष्टपदी
श्रीराम गिलहरी संवाद अष्टपदी
SHAILESH MOHAN
!! दो अश्क़ !!
!! दो अश्क़ !!
Chunnu Lal Gupta
"पड़ाव"
Dr. Kishan tandon kranti
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
नवीन और अनुभवी, एकजुट होकर,MPPSC की राह, मिलकर पार करते हैं।
नवीन और अनुभवी, एकजुट होकर,MPPSC की राह, मिलकर पार करते हैं।
पूर्वार्थ
हक़ीक़त है
हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
Loading...