Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2020 · 1 min read

छंदमुक्त कविता

कभी इन्कार करता है कभी इकरार करता है
कभी प्यार करता है कभी तकरार करता है

आदमी का स्वभाव तो होता ही है ऐसा
छोटी सी जिंदगी में गलती बेशुमार करता है

जो खुद पूरा न कर पाए जीवन में अपने
वो ख्वाहिशे अपने बच्चों से उधार करता है

अंजाने में बहुत गलती होती रहती हैं हमसे
ज़माने बाद भी वो दिल को शर्मसार करता है

रात का सपना तो केवल सपना ही रहता है
नींद उड़ा के करें संघर्ष सपना साकार होता है

खुशी में खुदा कम ही याद आते हैं “नूरी”
मुश्किलें आती दिल खुदा को पुकार करता है।

नूरफातिमा खातून “नूरी,”
26/5/2020

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 285 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
संजय कुमार संजू
जुबान
जुबान
अखिलेश 'अखिल'
!! प्रार्थना !!
!! प्रार्थना !!
Chunnu Lal Gupta
ऊँचाई .....
ऊँचाई .....
sushil sarna
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
Manoj Mahato
* जिन्दगी की राह *
* जिन्दगी की राह *
surenderpal vaidya
जो बैठा है मन के अंदर उस रावण को मारो ना
जो बैठा है मन के अंदर उस रावण को मारो ना
VINOD CHAUHAN
तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
शिव प्रताप लोधी
उम्र अपना
उम्र अपना
Dr fauzia Naseem shad
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
विमला महरिया मौज
इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है।
इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है।
सत्य कुमार प्रेमी
दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ
दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
भौतिकता
भौतिकता
लक्ष्मी सिंह
होली के दिन
होली के दिन
Ghanshyam Poddar
#मुक्तक
#मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
तुम याद आये !
तुम याद आये !
Ramswaroop Dinkar
किया विषपान फिर भी दिल, निरंतर श्याम कहता है (मुक्तक)
किया विषपान फिर भी दिल, निरंतर श्याम कहता है (मुक्तक)
Ravi Prakash
नारी हूँ मैं
नारी हूँ मैं
Kavi praveen charan
*
*"सदभावना टूटे हृदय को जोड़ती है"*
Shashi kala vyas
क्यों मानव मानव को डसता
क्यों मानव मानव को डसता
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
नौका विहार
नौका विहार
Dr Parveen Thakur
वंशवादी जहर फैला है हवा में
वंशवादी जहर फैला है हवा में
महेश चन्द्र त्रिपाठी
आंखे मोहब्बत की पहली संकेत देती है जबकि मुस्कुराहट दूसरी और
आंखे मोहब्बत की पहली संकेत देती है जबकि मुस्कुराहट दूसरी और
Rj Anand Prajapati
राजतंत्र क ठगबंधन!
राजतंत्र क ठगबंधन!
Bodhisatva kastooriya
मुक्तक
मुक्तक
दुष्यन्त 'बाबा'
हज़ारों चाहने वाले निभाए एक मिल जाए
हज़ारों चाहने वाले निभाए एक मिल जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
गणेश जी का हैप्पी बर्थ डे
गणेश जी का हैप्पी बर्थ डे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सजदे में झुकते तो हैं सर आज भी, पर मन्नतें मांगीं नहीं जातीं।
सजदे में झुकते तो हैं सर आज भी, पर मन्नतें मांगीं नहीं जातीं।
Manisha Manjari
"पत्नी और माशूका"
Dr. Kishan tandon kranti
ख़ुदा ने बख़्शी हैं वो ख़ूबियाँ के
ख़ुदा ने बख़्शी हैं वो ख़ूबियाँ के
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...