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28 Jan 2021 · 1 min read

गणतंत्र

घनाक्षरी

गणतंत्र की जान है , गणतंत्र की आन है
झण्डा वो फहर तीन , रंगा फहरायेगा

झण्डा मेरे वतन का , गाये जो शौर्य गाथायें
गणतंत्र दिवस को , फिर लहरायेगा

अखण्ड अक्षुण्णता है,संस्कृति और सभ्यता
बन कर विश्वगुरु , राह को दिखायेगा

आज के दिवस हम , सब लेते है शपथ
कराये सबको भास, सबक सिखायेगा

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