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18 Jan 2017 · 1 min read

गजल

गज़ल :–
तू महलो कि रानी है
जन्नत सी तेरी कहानी है ।

मै विराना सा सायर हु
विरानी मेरी जवानी है ।

अबला सी तु चंचल है
सरपत सी लचकानी है ।

मै अदना आशिक ठहरा
हर रुप मेरा बचकानी है ।

जीवन तुझसे हुआ शुरु
और तुझपे खत्म कहानी है ।

तुझ बिन जीवन कुछ ना है
तुझ बिन जीना बेमानी है ।

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