Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2017 · 1 min read

??◆सैनिक का धर्म◆??

सैनिक हो चाहे किसी देश का भी।
इंसान पहले है किसी वेश का भी।।

आमने-सामने लड़ना तो फर्ज़ ठहरा।
शहीद होने पर मान सर्वेश का भी।।

अंग-भंग करना कोई तालिम नहीं है।
विरोध हो ऐसी बर्बरता आदेश का भी।।

पार्थिव शरीर से छेड़ शैतानियत होती।
हर धर्म ये सिखाए अखिलेश का भी।।

युद्ध सदा ही घाटे का सौदा,न करो।
प्रेम,सौहार्द में आनंद नीलेश का भी।।

आज मेरा कल तेरा सिर कटेगा ऐसे।
हर रिस्ता रोयेगा पीछे सुदेश का भी।।

शांति,अमन का पाठ पढ़ो पढ़ाओ रे!
प्यार से महके कोना परिवेश का भी।।

आने वाली नसलें सुख की साँस लें।
स्वर्ग हो जाए भूलोक जनेश का भी।।

हिन्दू,मुस्लिम एक नूर से उपजे तुम।
शत्रु बन न तोड़ो नेम लोकेश का भी।।

दिलों की दुरियां कम करो वक्त रहते।
वरना मिटो,न बचे निशां कलेश का भी।।

“प्रीतम”कब उद्दार होगी ये इंसानी रूह?
जब देखेगी तांडव भूपर महेश का भी।।
***********
***********
राधेयश्याम….बंगालिया….प्रीतम….कृत

Language: Hindi
800 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
कवि रमेशराज
जुबां
जुबां
Sanjay ' शून्य'
थैला
थैला
Satish Srijan
कितने इनके दामन दागी, कहते खुद को साफ।
कितने इनके दामन दागी, कहते खुद को साफ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
पत्नी के जन्मदिन पर....
पत्नी के जन्मदिन पर....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
श्री राम आ गए...!
श्री राम आ गए...!
भवेश
जिन्दगी में
जिन्दगी में
लक्ष्मी सिंह
■ प्रणय का गीत-
■ प्रणय का गीत-
*Author प्रणय प्रभात*
तुम्हीं सुनोगी कोई सुनता नहीं है
तुम्हीं सुनोगी कोई सुनता नहीं है
DrLakshman Jha Parimal
काश कभी ऐसा हो पाता
काश कभी ऐसा हो पाता
Rajeev Dutta
सावन का महीना
सावन का महीना
Mukesh Kumar Sonkar
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
शेखर सिंह
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3) मैं किताब हूँ
3) मैं किताब हूँ
पूनम झा 'प्रथमा'
जिंदगी एक ख़्वाब सी
जिंदगी एक ख़्वाब सी
डॉ. शिव लहरी
लक्ष्य हासिल करना उतना सहज नहीं जितना उसके पूर्ति के लिए अभि
लक्ष्य हासिल करना उतना सहज नहीं जितना उसके पूर्ति के लिए अभि
Sukoon
देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार
देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार
Gouri tiwari
दूसरों के अधिकारों
दूसरों के अधिकारों
Dr.Rashmi Mishra
सुनों....
सुनों....
Aarti sirsat
🌺प्रेम कौतुक-201🌺
🌺प्रेम कौतुक-201🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
छत्तीसगढ़ रत्न (जीवनी पुस्तक)
छत्तीसगढ़ रत्न (जीवनी पुस्तक)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वर्तमान में जो जिये,
वर्तमान में जो जिये,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पत्थर - पत्थर सींचते ,
पत्थर - पत्थर सींचते ,
Mahendra Narayan
कैसा हो रामराज्य
कैसा हो रामराज्य
Rajesh Tiwari
दूध बन जाता है पानी
दूध बन जाता है पानी
कवि दीपक बवेजा
आप हरते हो संताप
आप हरते हो संताप
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
किसी भी सफल और असफल व्यक्ति में मुख्य अन्तर ज्ञान और ताकत का
किसी भी सफल और असफल व्यक्ति में मुख्य अन्तर ज्ञान और ताकत का
Paras Nath Jha
मुसलसल ईमान-
मुसलसल ईमान-
Bodhisatva kastooriya
रूठे लफ़्ज़
रूठे लफ़्ज़
Alok Saxena
Loading...