Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jun 2017 · 1 min read

कविता : दिल की धड़कन??

दिल की धड़कन ये,कुछ कहती है।
मेरी आँखों में तू,रब-सी रहती है।।

तेरा दीदार कुछ,अधूरा-सा है अभी।
शीतल पवन-सी,तू मन में बहती है।।

मैं तेरा आलिंगन,पाऊं हरपल मैं ही।
दिल के हरकोने,यही तमन्ना रहती है।।

तू दिले-चमन में,फूल-सी खिल जाओ।
मेरी आरज़ू हरपल,यही बस चाहती है।।

तेरा नूर आँखोंं का,ज़श्न बन जाए गर।
मेरी जुस्तज़ू इसे ही,क़ायनात कहती है।।

तेरा पलकेंं झुकाना,शर्माना अच्छा लगे।
हर अदा मस्ती का,गीत-सी लगती है।।

रेशमी जुल्फ़ें
बादल,आँखें घना सागर।
होठों की चुप्पी भी,ये कुछ कहती है।।

तेरा भोलापन मीठा,वाणी कोयल सम।
सुंदर विचार आभा,मन शांत करती है।।

तेरा पूरनूर यौवन,ताजमहल की छवि।
मन में असीम रस,प्रिया तू भरती है।।

“प्रीतम”तेरी प्रीत की गंगा में नहालूँ मैं।
मन की हर तरंग,यही कामना कहती है

……राधेयश्याम बंगालिया”प्रीतम”
??????????????

Language: Hindi
987 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
खुदगर्ज दुनियाँ मे
खुदगर्ज दुनियाँ मे
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
क्या यही संसार होगा...
क्या यही संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Mahadav, mera WhatsApp number save kar lijiye,
Mahadav, mera WhatsApp number save kar lijiye,
Ankita Patel
फिक्र (एक सवाल)
फिक्र (एक सवाल)
umesh mehra
सबसे करीब दिल के हमारा कोई तो हो।
सबसे करीब दिल के हमारा कोई तो हो।
सत्य कुमार प्रेमी
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चॉकलेट
चॉकलेट
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
चंदा मामा सुनो ना मेरी बात 🙏
चंदा मामा सुनो ना मेरी बात 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जन्म से मरन तक का सफर
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
बाहर-भीतर
बाहर-भीतर
Dhirendra Singh
यह जीवन अनमोल रे
यह जीवन अनमोल रे
विजय कुमार अग्रवाल
अपने योग्यता पर घमंड होना कुछ हद तक अच्छा है,
अपने योग्यता पर घमंड होना कुछ हद तक अच्छा है,
Aditya Prakash
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"सच्चाई की ओर"
Dr. Kishan tandon kranti
#लघुकथा / #न्यूज़
#लघुकथा / #न्यूज़
*Author प्रणय प्रभात*
उनसे कहना अभी मौत से डरा नहीं हूं मैं
उनसे कहना अभी मौत से डरा नहीं हूं मैं
Phool gufran
माँ वो है जिसे
माँ वो है जिसे
shabina. Naaz
ना भई ना, यह अच्छा नहीं ना
ना भई ना, यह अच्छा नहीं ना
gurudeenverma198
इंसान की भूख कामनाएं बढ़ाती है।
इंसान की भूख कामनाएं बढ़ाती है।
Rj Anand Prajapati
*वंदे मातरम् (मुक्तक)*
*वंदे मातरम् (मुक्तक)*
Ravi Prakash
फांसी का फंदा भी कम ना था,
फांसी का फंदा भी कम ना था,
Rahul Singh
"अंतिम-सत्य..!"
Prabhudayal Raniwal
2261.
2261.
Dr.Khedu Bharti
घमंड की बीमारी बिलकुल शराब जैसी हैं
घमंड की बीमारी बिलकुल शराब जैसी हैं
शेखर सिंह
हमेशा..!!
हमेशा..!!
'अशांत' शेखर
वो सब खुश नसीब है
वो सब खुश नसीब है
शिव प्रताप लोधी
फादर्स डे ( Father's Day )
फादर्स डे ( Father's Day )
Atul "Krishn"
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
Rajni kapoor
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तनख्वाह मिले जितनी,
तनख्वाह मिले जितनी,
Satish Srijan
Loading...