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30 Nov 2017 · 1 min read

ख्वाबो में उनसे मुलाकात करते रहे

हम उनसे दिल की बात करते रहे
ख्वाबो में उनसे मुलाकात करते रहे

देख कर वो नज़रअंदाज करते रहे
बेवजह हम खून परवाज करते रहे

उनकी यादो में हम अब जागकर
अपनी नींदों को बर्बाद करते रहे

किस्मत में लिखी मेरे वो अमावस रात
पता नही कहाँ वो चाँद रात करते रहे

मेरे साथ रहते थे वो रात-दिन हमेशा साथ साथ
पता नही अब वो किनके साथ सौगात करते रहे

®आकिब जावेद

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