ख्याली पुलाव(चौपाई)
विधा-चौपाई
शीर्षक-ख्याली पुलाव
अच्छे- बुरे दो ख्याल होते
मन में अनेक सवाल होते
कभी मन करे अब मर जाऊं
बहुत दूर कहीं निकल जाऊं।
कभी जीवन की भीख मांगू
गमगीन सारी रात जांगू
बचपन का ख्याल आ जाए
स्कूल का भी ख्याल आ जाए।
ख्यालों पर नही बस हमारा
ख्यालो पर दुनिया है सारा
ख्याली पुलाव नही बनाना
कम सही हकीकत में लाना।
नूरफातिमा खातून नूरी
जिला-कुशीनगर
उत्तर प्रदेश