— खुश रहना सीखो —
जो खुद खुश रहते हैं..
उन से जमाना भी खुश रहता है
कुदरत की दी हुई नेमत से
हर फ़साना भी खुश रहता है
दुःख मना लूं तो क्या होगा
सुख के एहसास से खुद को हसा लूं
बुरा दौर तो गुजर जाएगा ही एक दिन
पर बहुत कुछ सीखा ही जाएगा
हर लम्हे पर नही लग सकती मोहर
विधाता के द्वारा हर इंसान पर
जो बोया वो तो काटना ही है सब को
फिर क्यूं रखूँ ग़मगीन खुद को हर पल
अजीत कुमार तलवार
मेरठ