[खुला आसमान दे दो]
?सभी बेटियों को समर्पित मेरी रचना बेटी की ख्वाइश और चाह,दिली आराजु आप तक पहुचे तो जरूर संबल आशीष और सम्मान मिले,,,?
[खुला आसमान दे दो]
मेरी जिंदगी के सपनों को जान दे दो,,
बंदिशें हटा दो खुला आसमान दे दो,,
घुटन चुभन से मुक्त करो मेरे दिल को,,
परी,तितली,चिड़िया सी उड़ान दे दो,,
कब तक कमजोर लाचार बेबस रहू,,
हाथों में ताकत और दिल मे शान दे दो,
लेलो जो कुछ दिया तुमने कम मनाकर,
मुझे तो मेरे हिस्से का ही जहांन दे दो,,
कलम बेटी के दर्द में कब तक रोयेगी,,
सोनु बेटी को कोई तो सम्मान दे दो,,
{सोनु जैन मन्दसौर}