Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Dec 2016 · 1 min read

खिड़की

भोर भई खिड़की मैं खोली
बड़ी उदास हो मुझसे बोली
पीढ़ कहूँ मैं सुनो सहेली
बड़े हौले से खिड़की बोली………

कभी हृदय के पट को खोलो
सत्य पुंज को कभी टटोलो
बड़ा अंधेर फैल रहा है
कब खोलोगे मन की खिड़की
बड़े हौले से खिड़की बोली………

मैं हूँ झरोखा संस्कृति का
अखण्ड भारत की समृद्धि का
त्याग तपस्या बलिदानों का
सुपक सुपक के भभकी खिड़की
बड़े हौले से खिड़की बोली………

दिनकर को फिर लक्ष्य बनाया
भारत का इतिहास दिखाया
विश्व ज्ञान का केंद्र रही हूँ
आध्यत्म के पतन से सिसकी
बड़े हौले से खिड़की बोली………

अँधा युग था सकल विश्व में
नक्षत्रों कि तब गणना कर डाली
आधुनिकता में फिर क्यों भटकी
संस्कारों की पोथी फिर झटकी
बड़े हौले से खिड़की बोली………

अश्रु पौंछ कर् फिर से बोली……

क्या हुआ है मेरे देश को
सभ्यता के परिवेश को
नौजवानों के नँगे वेश को
भले रामराज्य, कृष्ण की मटकी
बड़े हौले से खिड़की बोली………

राणा, शिवाजी, जीजाबाई
दुर्गावती और लक्ष्मी बाई
भगत अशफाक और विस्मिल को
भाट लगाई क्यों चाणक्य नीति की
बड़े हौले से खिड़की बोली………

क्यों सोये अर्जुन के धनुष आज है?
क्या हुआ पदमिनियों को आज है
क्यों सड़कों पर नँगे नाच है
वन्देमातरम खोलो खिड़की
बड़े हौले से खिड़की बोली………

नहीं निर्भया कभी कहीं हो
स्त्री सम्मान का भाव यहीं हो
जन गण मन अब खोलो खिड़की
बड़े हौले से खिड़की बोली………

फिर से नालन्दा,तक्षशिला बनाओ
पुनः राष्ट्र गौरव को पाओ
करो सम्मान शहीदों का तुम्
जिनसे शोभित तुम्हारी खिड़की
बड़े हौले से खिड़की बोली….

Language: Hindi
15 Likes · 309 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr.Pratibha Prakash
View all
You may also like:
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
Shweta Soni
2553.पूर्णिका
2553.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मत भूल खुद को!
मत भूल खुद को!
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (4)
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (4)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
खुदारा मुझे भी दुआ दीजिए।
खुदारा मुझे भी दुआ दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
आर.एस. 'प्रीतम'
नफरतों के शहर में प्रीत लुटाते रहना।
नफरतों के शहर में प्रीत लुटाते रहना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
गुरु माया का कमाल
गुरु माया का कमाल
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Seema gupta,Alwar
everyone says- let it be the defect of your luck, be forget
everyone says- let it be the defect of your luck, be forget
Ankita Patel
सोच समझ कर
सोच समझ कर
पूर्वार्थ
पीने -पिलाने की आदत तो डालो
पीने -पिलाने की आदत तो डालो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मोहब्बत बनी आफत
मोहब्बत बनी आफत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
संस्कार
संस्कार
Sanjay ' शून्य'
प्यार
प्यार
Anil chobisa
नहीं हूँ मैं किसी भी नाराज़
नहीं हूँ मैं किसी भी नाराज़
ruby kumari
सफ़र
सफ़र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Tumhari khubsurat akho ne ham par kya asar kiya,
Tumhari khubsurat akho ne ham par kya asar kiya,
Sakshi Tripathi
नैनों की भाषा
नैनों की भाषा
Surya Barman
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
Dr. Vaishali Verma
बरखा रानी तू कयामत है ...
बरखा रानी तू कयामत है ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
■ उल्टा सवाल ■
■ उल्टा सवाल ■
*Author प्रणय प्रभात*
सिलसिला ए इश्क
सिलसिला ए इश्क
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
ओढ़े  के  भा  पहिने  के, तनिका ना सहूर बा।
ओढ़े के भा पहिने के, तनिका ना सहूर बा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
यह हिन्दुस्तान हमारा है
यह हिन्दुस्तान हमारा है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
दीपावली
दीपावली
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जनसंख्या है भार, देश हो विकसित कैसे(कुन्डलिया)
जनसंख्या है भार, देश हो विकसित कैसे(कुन्डलिया)
Ravi Prakash
अब किसका है तुमको इंतजार
अब किसका है तुमको इंतजार
gurudeenverma198
तुम रूबरू भी
तुम रूबरू भी
हिमांशु Kulshrestha
💐Prodigy Love-8💐
💐Prodigy Love-8💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...