Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2020 · 1 min read

क्षितिज रश्मियाँ

क्षितिज रश्मियाँ सागर तट से, प्रथम आगमन करती हैं।
दूर कहीं ओझल होती हैं, गमन वहीं से करती हैं।

दूर देश को जाने वाले, कर्ज चुकाना माटी का।
इस सुगंध को भूल न जाना, फर्ज निभाना घाटी का ।
दूर कहीं से आएगी वो, पास उसे तुम मत रखना।
पास अगर वह आ जाये तो, याद उसे तुम मत करना।
यह पश्चिम की सूर्य विभायें, नमन वहीं पर करती हैं।
दूर कहीं ओझल होती हैं, गमन वहीं से करती हैं।

क्षितिज रश्मियाँ सागर तट पर, प्रथम आगमन करती है।

धन के लालच में मत आना, मातृभूमि दिल में रखना। जीवनसाथी भूल न जाना, आर्त भाव मन में रखना।
छल प्रपंच में फँसकर साथी, जीवन व्यर्थ नहीं करना।
माँ की याद अगर आ जाये, आँखें गीली मत करना।
ये पश्चिम की चंद्र कलायें, अमन वहीं पर करती हैं।
दूर कहीं ओझल होती हैं, गमन वहीं से करती हैं।

क्षितिज रश्मियाँ सागर तट पर, प्रथम आगमन करती हैं।
सादर।

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, “प्रेम”

Language: Hindi
Tag: गीत
254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
View all
You may also like:
घाघरा खतरे के निशान से ऊपर
घाघरा खतरे के निशान से ऊपर
Ram Krishan Rastogi
दिव्य बोध।
दिव्य बोध।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
धिक्कार उन मूर्खों को,
धिक्कार उन मूर्खों को,
*Author प्रणय प्रभात*
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मित्र भाग्य बन जाता है,
मित्र भाग्य बन जाता है,
Buddha Prakash
भगतसिंह
भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
चैतन्य
चैतन्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नन्दी बाबा
नन्दी बाबा
Anil chobisa
रिश्ते फीके हो गए
रिश्ते फीके हो गए
पूर्वार्थ
23/43.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/43.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
श्री राम के आदर्श
श्री राम के आदर्श
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मौहब्बत जो चुपके से दिलों पर राज़ करती है ।
मौहब्बत जो चुपके से दिलों पर राज़ करती है ।
Phool gufran
उसे पता है मुझे तैरना नहीं आता,
उसे पता है मुझे तैरना नहीं आता,
Vishal babu (vishu)
असली खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है।
असली खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
"कथा" - व्यथा की लिखना - मुश्किल है
Atul "Krishn"
रामबाण
रामबाण
Pratibha Pandey
भारत में भीख मांगते हाथों की ۔۔۔۔۔
भारत में भीख मांगते हाथों की ۔۔۔۔۔
Dr fauzia Naseem shad
हाय हाय रे कमीशन
हाय हाय रे कमीशन
gurudeenverma198
"सार"
Dr. Kishan tandon kranti
ख़ामोश सा शहर
ख़ामोश सा शहर
हिमांशु Kulshrestha
💐अज्ञात के प्रति-129💐
💐अज्ञात के प्रति-129💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Lines of day
Lines of day
Sampada
.....*खुदसे जंग लढने लगा हूं*......
.....*खुदसे जंग लढने लगा हूं*......
Naushaba Suriya
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
जला दो दीपक कर दो रौशनी
जला दो दीपक कर दो रौशनी
Sandeep Kumar
जीवन में समय होता हैं
जीवन में समय होता हैं
Neeraj Agarwal
छह दिसबंर / मुसाफ़िर बैठा
छह दिसबंर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
हाइकु .....चाय
हाइकु .....चाय
sushil sarna
अगर तोहफ़ा देने से मुहब्बत
अगर तोहफ़ा देने से मुहब्बत
shabina. Naaz
मैं कवि हूं
मैं कवि हूं
Shyam Sundar Subramanian
Loading...