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27 Jul 2019 · 1 min read

क्षर-क्षरणशील-मरणशील मानव-जीवन

डर मत क्षर-क्षरणशील-मरणशील मानव-जीवन
कर मत अपने को पर-कर अपना मानव -जीवन
ढो मत ढोर-सा मानव-जीवन अब शर्मिंदा ना कर
आकर-आकार -साकार कर अपना मानव-जीवन
मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 299 Views
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