Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2020 · 1 min read

क्षमा प्रार्थना

मन वितृष्णा से भर गया है जब सुना मानव इतना गिर गया है।
एक निरीह मूक गर्भिणी माता की हत्या कर आनंदित हो गया है।
वह यह भूल गया है कि प्राणी मात्र को इस धरा में जीने का अधिकार ईश्वर ने दिया है।
जिसे उससे छीनने का उसने दुस्साहस किया है। अपने सर्वश्रेष्ठ होने के दंभ में उसने यह कुकृत्य किया है।
उसने संपूर्ण मानव जाति में निहित मानवता पर कुठाराघात कर उसे अपमानित किया है।
उसने हर संवेदनशील मानव हृदय को आहत कर उसे क्षोभ और वितृष्णा से भर दिया है।
उसके इस अक्षम्य अपराध से हर मानव का मस्तक अपराध बोध लज्जा से झुक गया है।
इस पाप के आघात से भावनाएं पुण्य के शिखर से अधोगति की ओर अग्रसर हुई हैं।
जो मानव को निष्ठुर ,आततायी दानव परिभाषित कर रही हैं।

ईश्वर से समस्त मानव जाति क्षमा प्रार्थी है कि कुछ संवेदनहीन पथभ्रष्ट तत्वों के निकृष्ट कृत्य से संपूर्ण मानव जाति को अपने कोप का भाजन ना बनाओ।

और इस स्वर्ग सी सुंदर वसुंधरा को अपनी कृपा दृष्टि से मानव हृदय में सहअस्तित्व सद्भाव का संचार कर इसे रसातल मे जाने से बचाओ।

Language: Hindi
11 Likes · 10 Comments · 587 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
Needs keep people together.
Needs keep people together.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जमाना खराब हैं....
जमाना खराब हैं....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
भक्त कवि श्रीजयदेव
भक्त कवि श्रीजयदेव
Pravesh Shinde
"सन्देशा भेजने हैं मुझे"
Dr. Kishan tandon kranti
कर्जा
कर्जा
RAKESH RAKESH
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
शंभु जीवन-पुष्प रचें....
शंभु जीवन-पुष्प रचें....
डॉ.सीमा अग्रवाल
बेड़ियाँ
बेड़ियाँ
Shaily
THE MUDGILS.
THE MUDGILS.
Dhriti Mishra
महान कथाकार प्रेमचन्द की प्रगतिशीलता खण्डित थी, ’बड़े घर की
महान कथाकार प्रेमचन्द की प्रगतिशीलता खण्डित थी, ’बड़े घर की
Dr MusafiR BaithA
अखंड भारत
अखंड भारत
कार्तिक नितिन शर्मा
"झूठे लोग "
Yogendra Chaturwedi
खुद से प्यार
खुद से प्यार
लक्ष्मी सिंह
मन का जादू
मन का जादू
Otteri Selvakumar
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
Keshav kishor Kumar
"कितना कठिन प्रश्न है यह,
शेखर सिंह
জীবন নামক প্রশ্নের বই পড়ে সকল পাতার উত্তর পেয়েছি, কেবল তোমা
জীবন নামক প্রশ্নের বই পড়ে সকল পাতার উত্তর পেয়েছি, কেবল তোমা
Sakhawat Jisan
सहन करो या दफन करो
सहन करो या दफन करो
goutam shaw
सत्य की खोज, कविता
सत्य की खोज, कविता
Mohan Pandey
■ कामयाबी का नुस्खा...
■ कामयाबी का नुस्खा...
*Author प्रणय प्रभात*
कोई...💔
कोई...💔
Srishty Bansal
जब तक जरूरत अधूरी रहती है....,
जब तक जरूरत अधूरी रहती है....,
कवि दीपक बवेजा
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी
मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
आज का दौर
आज का दौर
Shyam Sundar Subramanian
फ़ितरत
फ़ितरत
Ahtesham Ahmad
*गठरी बाँध मुसाफिर तेरी, मंजिल कब आ जाए  ( गीत )*
*गठरी बाँध मुसाफिर तेरी, मंजिल कब आ जाए ( गीत )*
Ravi Prakash
(6)
(6)
Dr fauzia Naseem shad
वक्त-वक्त की बात है
वक्त-वक्त की बात है
Pratibha Pandey
मां ने जब से लिख दिया, जीवन पथ का गीत।
मां ने जब से लिख दिया, जीवन पथ का गीत।
Suryakant Dwivedi
Loading...