क्यों लॉक डाउन है व्यवधान ?
क्यों लॉक डाउन है तुम्हारे लिए व्यवधान ?
छोड़ो चिंता-फिक्र,दो कुछ अपनी ओर ध्यान ।
तुमने देखा न होगा बरसों से कभी आईना ,
ज़रा गौर से देखो और ले लो कुछ सज्ञान ।
ढल गयी उम्र तो क्या जिंदगी तो नहीं थमी ,
फिर क्यों हो अपने आत्मिक सौंदर्य से अंजान ।
योग,ध्यान व आराधना करो जोड़ो ईश्वर से तार ,
अपनी कृपा से आत्मबल देंगे वो कृपा निधान ।
जीवन की दौड़ -धूप में जो छूट गए तुम्हारे शौक ,
यही तो वक्त है देने को इन्हें एक नयी पहचान ।
गायन,लेखन,चित्रकारी,कशीदाकारी या अदाकारी ,
पाककला हो चाहे जिसमें भी हो तुम्हारा रुझान ।
देखो तो सही अपनी बगिया के फूलों को एक बार ,
उनको निहारो,उनकी सेवा करो,दो प्यार सा चुंबन ।
सामाजिक दूरी के चलते दूर हो अपनों से तो क्या ! ,
मोबाइल हर मर्ज का इलाज,तो फिर कैसा व्यवधान ?
लॉक डाउन तो बहुत ज़रूरी है न ! हमारे जीवन के लिए ,
तो इसका पालन करते हुए करो महामारी का संधान ।