क्यों डरता है प्यारे
सोच कर मौत अपनी
क्यों डरता है प्यारे,
जो आये यहाँ है
वो जायेंगे सारे।
वक्त कब रुका है
नहीं ये रूकेगा,
अपनी गति से
ये चलता रहेगा ।
अतःभागकर कुछ
न पाओगे प्यारे,
जो आये यहाँ हैं
वो जायेंगे सारे।
मस्जिद में जाओ
या मंदिर में जाओ
चादर चढ़ाओ या
फिर घंटा बजाओ,
होनी जो होना है
होगा ही प्यारे,
जो आये यहाँ हैं
वो जायेंगे सारे।
यहाँ पर तूं क्योकर
उलट सोचता है,
बच जाऊँ मृत्यु से
जुगत ढ़ूंढता है,
सुन कर नाम मृत्यु
ना घबराओ प्यारे,
जो आये यहाँ हैं
वो जायेंगे सारे।
करो काम ऐसा
मिले नाम जग में
अमर नाम तेरा
हो जाये जो क्षण में
रहें ना रहें हम
याद करें दुनियांवाले,
जो आये यहाँ हैं
वो जायेंगे सारे।
©®पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
9560335952