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18 Mar 2020 · 1 min read

क्या लेना-देना

दिल के इस जज़्बात से क्या लेना-देना
बेमतलब की बात से क्या लेना-देना

देती है वो साथ उजाले साक्षी हैं
तनहाई का रात से क्या लेना-देना

आँखों को क्यों दोष दिया करते हो तुम
ख्वाबों का औकात से क्या लेना देना

आओ दारू बैठ पिएँ मयखाने में
दुनिया के हालात से क्या लेना-देना

औरों की वो प्यास बुझाता रहता है
बादल को बरसात से क्या लेना-देना

बाराती जो झूम रहे हैं मस्ती में
उनको भी बारात से क्या लेना-देना

वो जो छूकर रूह हमारी बैठा है
उसको मेरी जात से क्या लेना-देना

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