Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2016 · 1 min read

क्या छोड़ आए हैं।

बैठ पल दो पल उनकी,
पनाहों से जो आए हैं,
न जाने कितने ही,
हसीन ख्वाब,
उनकी आँखों में,
छोड़ आए हैं।

जब उठे थे,
उनके पहलू से,
साँसों में,
रवानगी साथ,
एक दीवानगी,
छोड़ आए हैं।

आने को कह कर,
बस उनके पास,
अपने इंतजार के,
लम्हें छोड़ आए हैं।

उनकी बाहों में सिमट,
कई सपने बुने,
जाते -जाते,
उन सपनों की,
निशानी छोड़ आए हैं।

नजर से नजर मिली,
कई जज्बात जागे,
उनकी साँसों में,
अपनी महक,
छोड़ आए हैं।

रचनाकार…..
(Veena pawan mehta)

Language: Hindi
1 Comment · 276 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एक व्यथा
एक व्यथा
Shweta Soni
*पुरस्कार तो हम भी पाते (हिंदी गजल)*
*पुरस्कार तो हम भी पाते (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-229💐
💐प्रेम कौतुक-229💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*प्रिया किस तर्क से*
*प्रिया किस तर्क से*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ऐसा बदला है मुकद्दर ए कर्बला की ज़मी तेरा
ऐसा बदला है मुकद्दर ए कर्बला की ज़मी तेरा
shabina. Naaz
महत्व
महत्व
Dr. Kishan tandon kranti
बाढ़ का आतंक
बाढ़ का आतंक
surenderpal vaidya
लेखनी को श्रृंगार शालीनता ,मधुर्यता और शिष्टाचार से संवारा ज
लेखनी को श्रृंगार शालीनता ,मधुर्यता और शिष्टाचार से संवारा ज
DrLakshman Jha Parimal
आरम्भ
आरम्भ
Neeraj Agarwal
मेरी किस्मत
मेरी किस्मत
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
पाँव
पाँव
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
वृक्षों के उपकार....
वृक्षों के उपकार....
डॉ.सीमा अग्रवाल
पथिक तुम इतने विव्हल क्यों ?
पथिक तुम इतने विव्हल क्यों ?
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Kahi pass akar ,ek dusre ko hmesha ke liye jan kar, hum dono
Kahi pass akar ,ek dusre ko hmesha ke liye jan kar, hum dono
Sakshi Tripathi
3216.*पूर्णिका*
3216.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
****🙏🏻आह्वान🙏🏻****
****🙏🏻आह्वान🙏🏻****
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
पूर्ण विराग
पूर्ण विराग
लक्ष्मी सिंह
हनुमान जयंती
हनुमान जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
!! रे, मन !!
!! रे, मन !!
Chunnu Lal Gupta
वह बचपन के दिन
वह बचपन के दिन
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
हिंदी दिवस पर विशेष
हिंदी दिवस पर विशेष
Akash Yadav
हमारे दौर में
हमारे दौर में
*Author प्रणय प्रभात*
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
मां सिद्धिदात्री
मां सिद्धिदात्री
Mukesh Kumar Sonkar
मंदिर जाना चाहिए
मंदिर जाना चाहिए
जगदीश लववंशी
विजय हजारे
विजय हजारे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
'प्रहरी' बढ़ता  दंभ  है, जितना  बढ़ता  नोट
'प्रहरी' बढ़ता दंभ है, जितना बढ़ता नोट
Anil Mishra Prahari
अनुभव एक ताबीज है
अनुभव एक ताबीज है
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...