Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Dec 2017 · 1 min read

क्या खूब होता है…

अंधेरी निशा में चांदनी का साथ क्या खूब होता है !
डूबते दरिया में तिनके का सहारा क्या खूब होता है!

जुदाई में हम तड़पते हैं जरूर सनम!
तड़पने में तेरी यादों साथ क्या खूब होता है!!

मिलने की दुआ हर सांस करती है सनम!
तुझसे मिलने का एहसास क्या खूब होता है!!

तन्हा तन्हा सी है जिंदगी मेरे सनम!
संग बिताऐ लम्हो का आनंद क्या खूब होता है!!

आंसूओ से सने चेहरे को क्या कहूँ सनम!
आखों में समाये तेरे चेहरे का एहसास क्या.
खूब होता है!!
गुजर रही है कुछ इस तरह से जिंदगी अपनी!
डूबते सूरज का हाल बो खुद ही कहता है!!
बो खुद ही कहता है-2

रंजीत घोसी

Language: Hindi
1 Comment · 431 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
पारो
पारो
Acharya Rama Nand Mandal
मात खा जाएगा बेटा!
मात खा जाएगा बेटा!
*Author प्रणय प्रभात*
Ye chad adhura lagta hai,
Ye chad adhura lagta hai,
Sakshi Tripathi
सदा के लिए
सदा के लिए
Saraswati Bajpai
वो सपने सलोने, वो हंसी के फुहारे। वो गेसुओं का झटकना
वो सपने सलोने, वो हंसी के फुहारे। वो गेसुओं का झटकना
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
तांका
तांका
Ajay Chakwate *अजेय*
ओस की बूंद
ओस की बूंद
RAKESH RAKESH
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
शुभह उठता रात में सोता था, कम कमाता चेन से रहता था
शुभह उठता रात में सोता था, कम कमाता चेन से रहता था
Anil chobisa
तलाश है।
तलाश है।
नेताम आर सी
जितनी मेहनत
जितनी मेहनत
Shweta Soni
खिचड़ी,तिल अरु वस्त्र का, करो हृदय से दान
खिचड़ी,तिल अरु वस्त्र का, करो हृदय से दान
Dr Archana Gupta
अजनबी जैसा हमसे
अजनबी जैसा हमसे
Dr fauzia Naseem shad
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
manisha
" बिछड़े हुए प्यार की कहानी"
Pushpraj Anant
तेरे बाद
तेरे बाद
Surinder blackpen
They say,
They say, "Being in a relationship distracts you from your c
पूर्वार्थ
दिखती है हर दिशा में वो छवि तुम्हारी है
दिखती है हर दिशा में वो छवि तुम्हारी है
Er. Sanjay Shrivastava
कहाॅं तुम पौन हो।
कहाॅं तुम पौन हो।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
प्रकृति का प्रकोप
प्रकृति का प्रकोप
Kanchan verma
कम साधन में साधते, बड़े-बड़े जो काज।
कम साधन में साधते, बड़े-बड़े जो काज।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)*
*राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)*
Ravi Prakash
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
Satyaveer vaishnav
ममता
ममता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम्हें
तुम्हें
Dr.Pratibha Prakash
2989.*पूर्णिका*
2989.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"कहाँ छुपोगे?"
Dr. Kishan tandon kranti
"दो पल की जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
जाने क्यूं मुझ पर से
जाने क्यूं मुझ पर से
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...