Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2017 · 1 min read

हर साँझ सुरमई है

हर भोर है सुहानी, हर साँझ सुरमयी है
जब से मिले हैं तुमसे, चेहरे पे हर ख़ुशी है

गुलशन में’ ही मगन है, चाहत नहीं गगन की
इक फूल से मुहब्बत, तितली को’ जो हुई है

कब से सुनी नहीं हैं, कोयल की’ मीठी’ बोली
हर डाल आम की अब, सबसे ये पूछती है

कालीन की जरूरत, मुझको नहीं यहाँ पर
आँगन की घास मेरी, उतनी ही मखमली है

इंसानियत अगर हो, हर आदमी के’ अन्दर
कोई नहीं पराया, कोई न अजनबी है

हर एक आदमी बस, ये सीख ले तो’ अच्छा
क्या क्या गलत यहाँ है, क्या क्या यहाँ सही है

426 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ईश्वर
ईश्वर
Shyam Sundar Subramanian
शाश्वत और सनातन
शाश्वत और सनातन
Mahender Singh Manu
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
Shashi kala vyas
हुनर है मुझमें
हुनर है मुझमें
Satish Srijan
एक अणु में इतनी ऊर्जा
एक अणु में इतनी ऊर्जा
AJAY AMITABH SUMAN
बरसात के दिन
बरसात के दिन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Meri asuwo me use rokane ki takat hoti
Meri asuwo me use rokane ki takat hoti
Sakshi Tripathi
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
पल
पल
Sangeeta Beniwal
"चुनाव के नाम पे
*Author प्रणय प्रभात*
💐तेरे इश्क़ की ग्रेविटी कमजोर है💐
💐तेरे इश्क़ की ग्रेविटी कमजोर है💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*अच्छे-भले जी रहे थे, पर सहसा कटु संवाद हो गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*अच्छे-भले जी रहे थे, पर सहसा कटु संवाद हो गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
" भुला दिया उस तस्वीर को "
Aarti sirsat
शीत ऋतु
शीत ऋतु
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
ज्ञानमय
ज्ञानमय
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ये पहाड़ कायम है रहते ।
ये पहाड़ कायम है रहते ।
Buddha Prakash
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
Harminder Kaur
हंसने के फायदे
हंसने के फायदे
Manoj Kushwaha PS
होली की पौराणिक कथाएँ।।।
होली की पौराणिक कथाएँ।।।
Jyoti Khari
2998.*पूर्णिका*
2998.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लहसुन
लहसुन
आकाश महेशपुरी
सफलता
सफलता
Vandna Thakur
देश के खातिर दिया जिन्होंने, अपना बलिदान
देश के खातिर दिया जिन्होंने, अपना बलिदान
gurudeenverma198
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
* उपहार *
* उपहार *
surenderpal vaidya
लावणी छंद
लावणी छंद
Neelam Sharma
"बेहतर है चुप रहें"
Dr. Kishan tandon kranti
आपके द्वारा हुई पिछली गलतियों को वर्तमान में ना दोहराना ही,
आपके द्वारा हुई पिछली गलतियों को वर्तमान में ना दोहराना ही,
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
खो गई जो किर्ति भारत की उसे वापस दिला दो।
खो गई जो किर्ति भारत की उसे वापस दिला दो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
वो इश्क की गली का
वो इश्क की गली का
साहित्य गौरव
Loading...