Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2021 · 1 min read

कौन हूँ मैं…..

प्रणयम(मुहब्बत) अपनी जिंदगी लूटाकर शर्म ना महसूस हो ऐसे बेशर्म लोगों के गाँव में हैं मेरा प्रणयम….. .

हृदयम(मन) ह्रदय होने का दिखावा करे, पर दया की जहाँ भावना भी ना हो, वो हैं हृदयम….. .

कपटम(धोखा) खुदा भी अंजान हैं, शायद ऐसे बहुत सी बातों वाले दो-मुखी लोगों का नकाब हैं कपटम…… .

नडनम(नाटक) रिश्तों को खो देने के ड़र से, माता-पिता, बच्चे जिंदगी के रंगमंच पर रच रहे ,वो हैं नडनम….. .

सहनम(सहनशीलता) रोती हुई तेरी आँखों में देख अपने आँसू में छुपाकर तेरी कहानी को सुनना,क्या महसूस कर सके तुम मेरी सहनशीलता….. .

भवनम(घर परिवार) जहाँ भय-भक्ति, इज्जत, स्नेह देकर पत्नी को ना अपना सके, वहाँ फिर सिर्फ ड़रावना सा वन सा महसूस होता वो हैं भवनम……. .

विफलम(हार) विज्ञान के झाँसे के लालच में, किसी के भी बातों पर यक़ीन कर झूठ खरीद लेने को निकलना वो हैं विफलम….. .

पथनम(नाश) नवीनता का एहसास मन में लेकर भी, औरों को जो ना कुछ दे सके, वही पर हैं समझ लेना पथनम…… .

विजयम(जीत) विद्यमान होकर ही बहुत कुछ पा लेने का विश्वास ही हैं विजयम…… .

विनयम(क्षमा) विजय क्या हैं, समझने के बाद जो अनगिनत पुप्षों का अंजाने में खिल उठना, वो हैं विनयम……. .

ज्वलनम(नफरत) अंदर ही अंदर घुटकर जलते रहना ही हैं ज्वलनम…… .

मरणम(मौत) दो दिन में दुख और आँसू ख़त्म हो जाने के बाद, मेरे अपने ही ख़ुद मुझे भूल जाए वो हैं मेरे लिए मरणम…….‪
#sapnaks

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 307 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दुख वो नहीं होता,
दुख वो नहीं होता,
Vishal babu (vishu)
गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर
गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर
आर.एस. 'प्रीतम'
कन्या पूजन
कन्या पूजन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
2400.पूर्णिका
2400.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मुझे नहीं पसंद किसी की जीहुजूरी
मुझे नहीं पसंद किसी की जीहुजूरी
ruby kumari
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर
Rj Anand Prajapati
सिर्फ तुम
सिर्फ तुम
Arti Bhadauria
भैया  के माथे तिलक लगाने बहना आई दूर से
भैया के माथे तिलक लगाने बहना आई दूर से
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बचपन और गांव
बचपन और गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कभी यदि मिलना हुआ फिर से
कभी यदि मिलना हुआ फिर से
Dr Manju Saini
अभी कैसे हिम्मत हार जाऊं मैं ,
अभी कैसे हिम्मत हार जाऊं मैं ,
शेखर सिंह
किसी की प्रशंसा एक हद में ही करो ताकि प्रशंसा एवं 'खुजाने' म
किसी की प्रशंसा एक हद में ही करो ताकि प्रशंसा एवं 'खुजाने' म
Dr MusafiR BaithA
रण प्रतापी
रण प्रतापी
Lokesh Singh
सत्य मिलता कहाँ है?
सत्य मिलता कहाँ है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मनोरम तेरा रूप एवं अन्य मुक्तक
मनोरम तेरा रूप एवं अन्य मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अनुभव एक ताबीज है
अनुभव एक ताबीज है
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ਨਾਨਕ  ਨਾਮ  ਜਹਾਜ  ਹੈ, ਸਬ  ਲਗਨੇ  ਹੈਂ  ਪਾਰ
ਨਾਨਕ ਨਾਮ ਜਹਾਜ ਹੈ, ਸਬ ਲਗਨੇ ਹੈਂ ਪਾਰ
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बंदूक की गोली से,
बंदूक की गोली से,
नेताम आर सी
बचपन और पचपन
बचपन और पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
"वायदे"
Dr. Kishan tandon kranti
शायरी
शायरी
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
THE B COMPANY
THE B COMPANY
Dhriti Mishra
उन वीर सपूतों को
उन वीर सपूतों को
gurudeenverma198
अजीब शख्स था...
अजीब शख्स था...
हिमांशु Kulshrestha
* चांद के उस पार *
* चांद के उस पार *
surenderpal vaidya
फितरत ना बदल सका
फितरत ना बदल सका
goutam shaw
छंद घनाक्षरी...
छंद घनाक्षरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*यह चिड़ियाँ हैं मस्ती में जो, गाना गाया करती हैं【हिंदी गजल/
*यह चिड़ियाँ हैं मस्ती में जो, गाना गाया करती हैं【हिंदी गजल/
Ravi Prakash
किसी की सेवा या सहयोग
किसी की सेवा या सहयोग
*Author प्रणय प्रभात*
आप अपने मन को नियंत्रित करना सीख जाइए,
आप अपने मन को नियंत्रित करना सीख जाइए,
Mukul Koushik
Loading...