Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2020 · 1 min read

कौन सा मैं चुप रह गया?

जिसको जब जो ठीक लगा,
वो कह गया जो कह सका,

दूध का धुला तो मैं भी नहीं,
कि कहां मैं सब कुछ सह सका,

भावनाओं में या आवेश में मैं,
जाने कैसे बह गया,

कोई बात मैं दिल पे लगाऊं कैसे,
कि कौन सा मैं चुप रह गया,

छोटी-छोटी कुछ बातों में कभी,
खो बैठता अपना आत्म मैं

क्या फायदा है इस बात का कि,
अक्सर पढ़ता हूँ अध्यात्म मैं,

और किसी को कैसे यहां,
दे सकता हूं कोई दोष मैं,

मेरी सोच तो कोरा दिखावा है अगर,
थाम सकता ना अपना रोष मैं,

ना दिल दुखे अब किसी का“अंबर”,
ना रिश्तों की डोरी टूटने पाए,

दूरी तो ज़रूरी हर रिश्ते में है,
बस साथ किसी का ना छूटने पाए।

कवि-अंबर श्रीवास्तव।

Language: Hindi
6 Likes · 2 Comments · 448 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेवाडी पगड़ी की गाथा
मेवाडी पगड़ी की गाथा
Anil chobisa
ज़ख्म दिल में छुपा रखा है
ज़ख्म दिल में छुपा रखा है
Surinder blackpen
नींदों में जिसको
नींदों में जिसको
Dr fauzia Naseem shad
हाँ, वह लड़की ऐसी थी
हाँ, वह लड़की ऐसी थी
gurudeenverma198
त्रिया चरित्र
त्रिया चरित्र
Rakesh Bahanwal
इकिगाई प्रेम है ।❤️
इकिगाई प्रेम है ।❤️
Rohit yadav
फिर बैठ गया हूं, सांझ के साथ
फिर बैठ गया हूं, सांझ के साथ
Smriti Singh
यथार्थ
यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
साकी  (कुंडलिया)*
साकी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सकारात्मक पुष्टि
सकारात्मक पुष्टि
पूर्वार्थ
खंड: 1
खंड: 1
Rambali Mishra
आब त रावणक राज्य अछि  सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
आब त रावणक राज्य अछि सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
DrLakshman Jha Parimal
सफल हस्ती
सफल हस्ती
Praveen Sain
कोई बिगड़े तो ऐसे, बिगाड़े तो ऐसे! (राजेन्द्र यादव का मूल्यांकन और संस्मरण) / MUSAFIR BAITHA
कोई बिगड़े तो ऐसे, बिगाड़े तो ऐसे! (राजेन्द्र यादव का मूल्यांकन और संस्मरण) / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
खुद को सम्हाल ,भैया खुद को सम्हाल
खुद को सम्हाल ,भैया खुद को सम्हाल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
If you migrate to search JOBS
If you migrate to search JOBS
Ankita Patel
💐प्रेम कौतुक-404💐
💐प्रेम कौतुक-404💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बन्दे   तेरी   बन्दगी  ,कौन   करेगा   यार ।
बन्दे तेरी बन्दगी ,कौन करेगा यार ।
sushil sarna
"बरसात"
Dr. Kishan tandon kranti
फिर एक पल भी ना लगा ये सोचने में........
फिर एक पल भी ना लगा ये सोचने में........
shabina. Naaz
“मत लड़, ऐ मुसाफिर”
“मत लड़, ऐ मुसाफिर”
पंकज कुमार कर्ण
2606.पूर्णिका
2606.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*घर*
*घर*
Dushyant Kumar
अब कहां वो प्यार की रानाइयां।
अब कहां वो प्यार की रानाइयां।
सत्य कुमार प्रेमी
पिता की आंखें
पिता की आंखें
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
Vandna Thakur
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
'अशांत' शेखर
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
surenderpal vaidya
पढ़ने को आतुर है,
पढ़ने को आतुर है,
Mahender Singh Manu
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...