Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2017 · 1 min read

कौन भरेगा पेट -नवगीत

छोड़ा गाँव आज बुधिया ने,
बिस्तर लिया लपेट
उपजायेगा कौन अन्न अब,
कौन भरेगा पेट

गायब हैं घर की खिड़की अब,
दरवाजों की चलती.
आज कमी आँगन की हमको,
बहुत यहाँ पर खलती.

लैपटॉप पर खोल रहे हैं,
अब विंडो बिल गेट.

घुसी हुईं खेतों में सडकें,
उजड़ रहे हैं जंगल.
सूख गया पानी झरनों का,
तालाब हुए दलदल.

नालों ने मिलकर कर डाला,
नदियों का आखेट.

बैठ धरा पर चाँद गगन की,
लिख डाली सुन्दरता.
वसुधा के सीने पर निश दिन,
की हमने बर्बरता.

तपती रही धरा, मंगल पर,
पहुँच गया रॉकेट.

Language: Hindi
Tag: गीत
230 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आंगन को तरसता एक घर ....
आंगन को तरसता एक घर ....
ओनिका सेतिया 'अनु '
जिम्मेदारी और पिता (मार्मिक कविता)
जिम्मेदारी और पिता (मार्मिक कविता)
Dr. Kishan Karigar
परिवार के लिए
परिवार के लिए
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"जय जवान जय किसान" - आर्टिस्ट (कुमार श्रवण)
Shravan singh
और ज़रा-सा ज़ोर लगा
और ज़रा-सा ज़ोर लगा
Shekhar Chandra Mitra
यूँही तुम पर नहीं हम मर मिटे हैं
यूँही तुम पर नहीं हम मर मिटे हैं
Simmy Hasan
मैने नहीं बुलाए
मैने नहीं बुलाए
Dr. Meenakshi Sharma
" नैना हुए रतनार "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
हम गैरो से एकतरफा रिश्ता निभाते रहे #गजल
हम गैरो से एकतरफा रिश्ता निभाते रहे #गजल
Ravi singh bharati
THE B COMPANY
THE B COMPANY
Dhriti Mishra
मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं ,
मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं ,
Manju sagar
तेरे होने का जिसमें किस्सा है
तेरे होने का जिसमें किस्सा है
shri rahi Kabeer
जिंदगी की खोज
जिंदगी की खोज
CA Amit Kumar
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं  मैं।
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं मैं।
Sanjay ' शून्य'
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
Satish Srijan
मन की पीड़ा
मन की पीड़ा
पूर्वार्थ
"पलायन"
Dr. Kishan tandon kranti
#विभाजन_विभीषिका_स्मृति_दिवस
#विभाजन_विभीषिका_स्मृति_दिवस
Ravi Prakash
पूर्बज्ज् का रतिजोगा
पूर्बज्ज् का रतिजोगा
Anil chobisa
23/41.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/41.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
😊 #आज_का_सवाल
😊 #आज_का_सवाल
*Author प्रणय प्रभात*
क्यों ज़रूरी है स्कूटी !
क्यों ज़रूरी है स्कूटी !
Rakesh Bahanwal
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
Manoj Mahato
हां मैं पारस हूं, तुम्हें कंचन बनाऊंगी
हां मैं पारस हूं, तुम्हें कंचन बनाऊंगी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्रेम भाव रक्षित रखो,कोई भी हो तव धर्म।
प्रेम भाव रक्षित रखो,कोई भी हो तव धर्म।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
*चुप रहने की आदत है*
*चुप रहने की आदत है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
श्रद्धा के सुमन ले के आया तेरे चरणों में
श्रद्धा के सुमन ले के आया तेरे चरणों में
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
अनिल कुमार
दोहे नौकरशाही
दोहे नौकरशाही
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...