Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2021 · 1 min read

कोरोना के काल में

कठिन है,,
कोई कथन कहना,,
इस कोरोना के काल में।
जो जीत लेते थे,,
प्रत्येक जंग,,
आज फँस गए इस जाल में।।
————–भविष्य त्रिपाठी

Language: Hindi
1 Like · 286 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मां बाप के प्यार जैसा  कहीं कुछ और नहीं,
मां बाप के प्यार जैसा कहीं कुछ और नहीं,
Satish Srijan
क्रोध
क्रोध
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ज़रूरी है...!!!!
ज़रूरी है...!!!!
Jyoti Khari
"वक्त" भी बड़े ही कमाल
नेताम आर सी
आहुति  चुनाव यज्ञ में,  आओ आएं डाल
आहुति चुनाव यज्ञ में, आओ आएं डाल
Dr Archana Gupta
गांव का दृश्य
गांव का दृश्य
Mukesh Kumar Sonkar
सितमज़रीफी किस्मत की
सितमज़रीफी किस्मत की
Shweta Soni
फाल्गुन वियोगिनी व्यथा
फाल्गुन वियोगिनी व्यथा
Er.Navaneet R Shandily
मेरी …….
मेरी …….
Sangeeta Beniwal
Finding someone to love us in such a way is rare,
Finding someone to love us in such a way is rare,
पूर्वार्थ
बचपन याद किसे ना आती ?
बचपन याद किसे ना आती ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*धक्का-मुक्की मच रही, झूले पर हर बार (कुंडलिया)*
*धक्का-मुक्की मच रही, झूले पर हर बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
इतना हमने भी
इतना हमने भी
Dr fauzia Naseem shad
!! युवा !!
!! युवा !!
Akash Yadav
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रेम पर्व आया सखी
प्रेम पर्व आया सखी
लक्ष्मी सिंह
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
Bodhisatva kastooriya
ओढ़कर कर दिल्ली की चादर,
ओढ़कर कर दिल्ली की चादर,
Smriti Singh
रिशते ना खास होते हैं
रिशते ना खास होते हैं
Dhriti Mishra
बन जाने दो बच्चा मुझको फिर से
बन जाने दो बच्चा मुझको फिर से
gurudeenverma198
"जयचंदों" को पालने वाले
*Author प्रणय प्रभात*
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
यहां कुछ भी स्थाई नहीं है
यहां कुछ भी स्थाई नहीं है
शेखर सिंह
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Anil chobisa
वीर पुत्र, तुम प्रियतम
वीर पुत्र, तुम प्रियतम
संजय कुमार संजू
हरे भरे खेत
हरे भरे खेत
जगदीश लववंशी
तेरी जुस्तुजू
तेरी जुस्तुजू
Shyam Sundar Subramanian
यह सुहाना सफर अभी जारी रख
यह सुहाना सफर अभी जारी रख
Anil Mishra Prahari
महिला दिवस पर एक व्यंग
महिला दिवस पर एक व्यंग
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Loading...