Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2021 · 1 min read

कोई अपना सा

उस महजबीं को जब देखा ; तो लगा उसे कहीं देखा है,
दिन की रंगीन फिज़ाओं में , या रात की चांदनी में कहीं
देखा है ,
या मेरे ख्यालों में मुद्दत से बनी जो तस्वीर है , उसे मुजस्सम पाया है ,
या उस पैकर – ए -पुरनूर की इक झलक है जिसे
शब -ए-तीरग़ी में देखा है ,
या मेरे हसीं ख्व़ाबों की ता’बीर है वो , ये एहसास दिल ने कराया है ,
या हुस्न की तारीफ में कहे ; मेरे दिल के नग़मों का असर आज सामने आया है ,
लगता है वो मुझे कोई अपना सा बेगाना नहीं ,
जो आज तक मेरे दिल के करीब रहा ,
जिसे मैने पहचाना नहीं ,

Language: Hindi
6 Likes · 10 Comments · 641 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
🌿 Brain thinking ⚘️
🌿 Brain thinking ⚘️
Ms.Ankit Halke jha
--पागल खाना ?--
--पागल खाना ?--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
माँ
माँ
Vijay kumar Pandey
"विश्व हिन्दी दिवस"
Dr. Kishan tandon kranti
सितमज़रीफी किस्मत की
सितमज़रीफी किस्मत की
Shweta Soni
"दोस्ती का मतलब"
Radhakishan R. Mundhra
जीवन मंथन
जीवन मंथन
Satya Prakash Sharma
हिकारत जिल्लत
हिकारत जिल्लत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"आत्म-निर्भरता"
*Author प्रणय प्रभात*
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Shyam Sundar Subramanian
दिल की दहलीज पर कदमों के निशा आज भी है
दिल की दहलीज पर कदमों के निशा आज भी है
कवि दीपक बवेजा
स्त्री
स्त्री
Dr fauzia Naseem shad
जुड़वा भाई ( शिक्षाप्रद कहानी )
जुड़वा भाई ( शिक्षाप्रद कहानी )
AMRESH KUMAR VERMA
*गीता सुनाई कृष्ण ने, मधु बॉंसुरी गाते रहे(मुक्तक)*
*गीता सुनाई कृष्ण ने, मधु बॉंसुरी गाते रहे(मुक्तक)*
Ravi Prakash
भगोरिया पर्व नहीं भौंगर्या हाट है, आदिवासी भाषा का मूल शब्द भौंगर्यु है जिसे बहुवचन में भौंगर्या कहते हैं। ✍️ राकेश देवडे़ बिरसावादी
भगोरिया पर्व नहीं भौंगर्या हाट है, आदिवासी भाषा का मूल शब्द भौंगर्यु है जिसे बहुवचन में भौंगर्या कहते हैं। ✍️ राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*उम्र के पड़ाव पर रिश्तों व समाज की जरूरत*
*उम्र के पड़ाव पर रिश्तों व समाज की जरूरत*
Anil chobisa
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀 *वार्णिक छंद।*
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀 *वार्णिक छंद।*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हिंदी
हिंदी
Mamta Rani
विद्यालयीय पठन पाठन समाप्त होने के बाद जीवन में बहुत चुनौतिय
विद्यालयीय पठन पाठन समाप्त होने के बाद जीवन में बहुत चुनौतिय
पूर्वार्थ
हिंदी
हिंदी
पंकज कुमार कर्ण
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
The Earth Moves
The Earth Moves
Buddha Prakash
बेमौसम की देखकर, उपल भरी बरसात।
बेमौसम की देखकर, उपल भरी बरसात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Line.....!
Line.....!
Vicky Purohit
मैं  नहीं   हो  सका,   आपका  आदतन
मैं नहीं हो सका, आपका आदतन
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
The Magical Darkness
The Magical Darkness
Manisha Manjari
व्यथित ह्रदय
व्यथित ह्रदय
कवि अनिल कुमार पँचोली
लक्ष्मी
लक्ष्मी
Bodhisatva kastooriya
ग़म
ग़म
Harminder Kaur
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
Rajesh
Loading...