— कैसे हो —
आज के समय में बस पूछ के हाल
घर घर में रह कर सब हो गए बेहाल
तुम कैसे हो, सब कैसे हैं , इस के आगे
नहीं कर पाता है, कोई किसी से सवाल
ध्यान से रहना, बच के रहना
खाने पिने का रखना बस सब का ध्यान
आये न कोई भी विपदा कभी घर में
लगा रहे हैं मिल सब प्रभु का ही ध्यान
रहे हर घर आबाद न रहे कोई लाचार
सब के घर खुशिया रोज बरसे
दुआ ही तो कर सकते हैं हम सब
शायद यही बन जाए सब से नेक काम !
अजीत कुमार तलवार
मेरठ