Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Nov 2018 · 1 min read

कैसी चाहत है

यह कैसे कल की चाहत है ।
आज लम्हा लम्हा घातक है ।
उठ रहे हैं तूफ़ान खमोशी के ,
साहिल पे नही कोई आहट है ।
… विवेक दुबे”निश्चल”@…

Language: Hindi
1 Like · 263 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
श्री कृष्ण अवतार
श्री कृष्ण अवतार
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
#हाँसो_र_मुस्कान
#हाँसो_र_मुस्कान
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"चालाकी"
Ekta chitrangini
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
The_dk_poetry
आओ कभी स्वप्न में मेरे ,मां मैं दर्शन कर लूं तेरे।।
आओ कभी स्वप्न में मेरे ,मां मैं दर्शन कर लूं तेरे।।
SATPAL CHAUHAN
Quote...
Quote...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जिंदगी तेरी हर अदा कातिलाना है।
जिंदगी तेरी हर अदा कातिलाना है।
Surinder blackpen
पवित्र होली का पर्व अपने अद्भुत रंगों से
पवित्र होली का पर्व अपने अद्भुत रंगों से
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
कुछ पंक्तियाँ
कुछ पंक्तियाँ
आकांक्षा राय
माँ का निश्छल प्यार
माँ का निश्छल प्यार
Soni Gupta
समाज सुधारक
समाज सुधारक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Harminder Kaur
"विजेता"
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
लिखें और लोगों से जुड़ना सीखें
लिखें और लोगों से जुड़ना सीखें
DrLakshman Jha Parimal
जीवन एक मकान किराए को,
जीवन एक मकान किराए को,
Bodhisatva kastooriya
* चांद के उस पार *
* चांद के उस पार *
surenderpal vaidya
■ खरी-खरी / प्रसंगवश
■ खरी-खरी / प्रसंगवश
*Author प्रणय प्रभात*
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2256.
2256.
Dr.Khedu Bharti
चाँदी की चादर तनी, हुआ शीत का अंत।
चाँदी की चादर तनी, हुआ शीत का अंत।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"पसंद और प्रेम"
पूर्वार्थ
आदिपुरुष आ बिरोध
आदिपुरुष आ बिरोध
Acharya Rama Nand Mandal
ना जाने क्यों तुम,
ना जाने क्यों तुम,
Dr. Man Mohan Krishna
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
आर.एस. 'प्रीतम'
राधा की भक्ति
राधा की भक्ति
Dr. Upasana Pandey
बारह ज्योतिर्लिंग
बारह ज्योतिर्लिंग
सत्य कुमार प्रेमी
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
💐अज्ञात के प्रति-140💐
💐अज्ञात के प्रति-140💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
डर कर लक्ष्य कोई पाता नहीं है ।
डर कर लक्ष्य कोई पाता नहीं है ।
Buddha Prakash
Loading...