Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Nov 2019 · 1 min read

कैसी उधेड़बुन है ?

कैसी उधेड़बुन है ?
सोचूँ क्या होता है ,
क्यों होता है?
क्यों अक्सर मुझ संग होता है?
क्या नाराज़ किया किसी देवता को मैंने?या फलीभूत है मेरे कर्म,
कश्मकश रहती भाग्य और मेहनत के दरमियाँ,
मिला जो मेहनत से,
उसका श्रेय भाग्य को किस प्रकार दूँ , रहती उधेड़बुन दिल और दिमाग में,
रहती उधेड़बुन दिल और दिमाग में….

Language: Hindi
3 Likes · 251 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रोटोकॉल
प्रोटोकॉल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
त्रिया चरित्र
त्रिया चरित्र
Rakesh Bahanwal
एक बार फिर ।
एक बार फिर ।
Dhriti Mishra
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक समीक्षा* दिनांक 5 अप्रैल
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक समीक्षा* दिनांक 5 अप्रैल
Ravi Prakash
“ जियो और जीने दो ”
“ जियो और जीने दो ”
DrLakshman Jha Parimal
किंकर्तव्यविमूढ़
किंकर्तव्यविमूढ़
Shyam Sundar Subramanian
घे वेध भविष्याचा ,
घे वेध भविष्याचा ,
Mr.Aksharjeet
तितली थी मैं
तितली थी मैं
Saraswati Bajpai
2447.पूर्णिका
2447.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शाश्वत प्रेम
शाश्वत प्रेम
Bodhisatva kastooriya
दलित समुदाय।
दलित समुदाय।
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
* मिल बढ़ो आगे *
* मिल बढ़ो आगे *
surenderpal vaidya
खुद को संवार लूँ.... के खुद को अच्छा लगूँ
खुद को संवार लूँ.... के खुद को अच्छा लगूँ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*** अरमान....!!! ***
*** अरमान....!!! ***
VEDANTA PATEL
मदमती
मदमती
Pratibha Pandey
युद्ध नहीं जिनके जीवन में,
युद्ध नहीं जिनके जीवन में,
Sandeep Mishra
■ जीवन मूल्य।
■ जीवन मूल्य।
*Author प्रणय प्रभात*
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
पूछी मैंने साँझ से,
पूछी मैंने साँझ से,
sushil sarna
सुंदरता अपने ढंग से सभी में होती है साहब
सुंदरता अपने ढंग से सभी में होती है साहब
शेखर सिंह
गांव के छोरे
गांव के छोरे
जय लगन कुमार हैप्पी
" मिट्टी के बर्तन "
Pushpraj Anant
यूँही कुछ मसीहा लोग बेवजह उलझ जाते है
यूँही कुछ मसीहा लोग बेवजह उलझ जाते है
'अशांत' शेखर
बापू गाँधी
बापू गाँधी
Kavita Chouhan
गुरूर चाँद का
गुरूर चाँद का
Satish Srijan
बारह ज्योतिर्लिंग
बारह ज्योतिर्लिंग
सत्य कुमार प्रेमी
नसीहत
नसीहत
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मेरी कलम
मेरी कलम
Shekhar Chandra Mitra
ध्यान
ध्यान
Monika Verma
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
Loading...