Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2019 · 1 min read

कुण्लिया छंद

ईर्ष्या उर मत पालिये, हरती बुद्धि विवेक।
बात सत्य यह जानिये, देती कष्ट अनेक।।
देती कष्ट अनेक, मनुज की मति हर लेती।
सुपथ सदा ही दूर, हमें यह कुपथ ही देती।।
कहै सचिन कविराय ,बसै कब उस घर तिरिया।
मन जिनके हर वक्त, रहे ईर्ष्या ही ईर्ष्या।।
✍️पं.संजीव शुक्ल “सचिन”

1 Like · 364 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
जिंदगी
जिंदगी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ये जिंदगी
ये जिंदगी
N.ksahu0007@writer
हाय रे महंगाई
हाय रे महंगाई
Shekhar Chandra Mitra
जिन्दगी के रोजमर्रे की रफ़्तार में हम इतने खो गए हैं की कभी
जिन्दगी के रोजमर्रे की रफ़्तार में हम इतने खो गए हैं की कभी
नव लेखिका
इश्क़ में रहम अब मुमकिन नहीं
इश्क़ में रहम अब मुमकिन नहीं
Anjani Kumar
हिंदी
हिंदी
पंकज कुमार कर्ण
खाया रसगुल्ला बड़ा , एक जलेबा गर्म (कुंडलिया)
खाया रसगुल्ला बड़ा , एक जलेबा गर्म (कुंडलिया)
Ravi Prakash
लकवा
लकवा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मुफलिसो और बेकशों की शान में मेरा ईमान बोलेगा।
मुफलिसो और बेकशों की शान में मेरा ईमान बोलेगा।
Phool gufran
विश्ववाद
विश्ववाद
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
प्यार और विश्वास
प्यार और विश्वास
Harminder Kaur
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
👣चरण, 🦶पग,पांव🦵 पंजा 🐾
👣चरण, 🦶पग,पांव🦵 पंजा 🐾
डॉ० रोहित कौशिक
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
पूर्वार्थ
तेरी नियत में
तेरी नियत में
Dr fauzia Naseem shad
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
Ranjeet kumar patre
■ ज़िंदगी मुग़ालतों का नाम।
■ ज़िंदगी मुग़ालतों का नाम।
*Author प्रणय प्रभात*
हुस्न-ए-अदा
हुस्न-ए-अदा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*** मेरे सायकल की सवार....! ***
*** मेरे सायकल की सवार....! ***
VEDANTA PATEL
💐प्रेम कौतुक-420💐
💐प्रेम कौतुक-420💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
******** रुख्सार से यूँ न खेला करे ***********
******** रुख्सार से यूँ न खेला करे ***********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
सत्य कुमार प्रेमी
25 , *दशहरा*
25 , *दशहरा*
Dr Shweta sood
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
डॉक्टर रागिनी
मेरे अधरों पर जो कहानी है,
मेरे अधरों पर जो कहानी है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"चाँदनी रातें"
Pushpraj Anant
THE GREAT BUTTER THIEF
THE GREAT BUTTER THIEF
Satish Srijan
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
Buddha Prakash
लाज-लेहाज
लाज-लेहाज
Anil Jha
अधिकार और पशुवत विचार
अधिकार और पशुवत विचार
ओंकार मिश्र
Loading...