Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2020 · 1 min read

कुण्डलिया

हरकत तुम जो कर रहे, देश विरोधी काम।
पी एफ आई का हुआ ,राष्ट्र विरोधी नाम।
राष्ट्र विरोधी नाम, करें फंडिंग का खेला।
बाँट रहे आतंक,साथ में महिला मेला।
कह प्रवीण कविराय,न बाँटो अब तुम नफरत।
देश विरोधी काम, यहां तुम करो न हरकत।

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव,” प्रेम”

1 Like · 236 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
View all
You may also like:
*मेरी इच्छा*
*मेरी इच्छा*
Dushyant Kumar
World Blood Donar's Day
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
SHAMA PARVEEN
वंशवादी जहर फैला है हवा में
वंशवादी जहर फैला है हवा में
महेश चन्द्र त्रिपाठी
💐अज्ञात के प्रति-115💐
💐अज्ञात के प्रति-115💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
घर के राजदुलारे युवा।
घर के राजदुलारे युवा।
Kuldeep mishra (KD)
अभी तो साथ चलना है
अभी तो साथ चलना है
Vishal babu (vishu)
प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी
प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी
प्रेमदास वसु सुरेखा
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
2903.*पूर्णिका*
2903.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है..........
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है..........
कवि दीपक बवेजा
(आखिर कौन हूं मैं )
(आखिर कौन हूं मैं )
Sonia Yadav
सच्चाई ~
सच्चाई ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
नारी हूँ मैं
नारी हूँ मैं
Kavi praveen charan
पुरुष_विशेष
पुरुष_विशेष
पूर्वार्थ
नशीली आंखें
नशीली आंखें
Shekhar Chandra Mitra
"मेरे नाम की जय-जयकार करने से अच्‍छा है,
शेखर सिंह
झील बनो
झील बनो
Dr. Kishan tandon kranti
दीवार में दरार
दीवार में दरार
VINOD CHAUHAN
गौरवपूर्ण पापबोध
गौरवपूर्ण पापबोध
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तुम किसी झील का मीठा पानी..(✍️kailash singh)
तुम किसी झील का मीठा पानी..(✍️kailash singh)
Kailash singh
गंणतंत्रदिवस
गंणतंत्रदिवस
Bodhisatva kastooriya
#महसूस_करें...
#महसूस_करें...
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गाती हैं सब इंद्रियॉं, आता जब मधुमास(कुंडलिया)
गाती हैं सब इंद्रियॉं, आता जब मधुमास(कुंडलिया)
Ravi Prakash
जीवन से तम को दूर करो
जीवन से तम को दूर करो
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मन खामोश है
मन खामोश है
Surinder blackpen
रिश्ते वही अनमोल
रिश्ते वही अनमोल
Dr fauzia Naseem shad
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मीना
मीना
Shweta Soni
Loading...