Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Nov 2017 · 1 min read

कुछ शेर

*जो अपने हकों की रक्षा करना सिख लेते है, उनका कभी …पतन नहीं होता,
उन्हें कोई गुलाम नहीं बना सकता,
.
कुछ लोग कमाते इसलिये है ताकि,
दूसरों के घरों का चूल्हा जल सके,
और खुद को ..इज्जत मिल सके,
.
लोगों को श्रृद्धा से पत्थर के ईश पर
झुकते देखा है,
और जिंदा आदमी प्रेम प्यार ममता भूख से मरते देखे है,
पत्थर मे नहीं जिंदा इंसान के दिल में जिंदा बसती है,
उसको तड़फ तड़फ कर दम तोड़ते देखा है,
.
बात वही पुरानी है,
कुछ हद तक ,
नए अंदाज़ रख प्रस्तुति होती है,
लोग कहते है, वाह ! क्या बात है,
खा गए धोखा पहले भूले थे,
आज इज्जत उसी की है,

डॉ महेन्द्र सिंह खालेटिया,
रेवाड़ी(हरियाणा).

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 1 Comment · 340 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
हिन्दी पर हाइकू .....
हिन्दी पर हाइकू .....
sushil sarna
अल्फ़ाजी
अल्फ़ाजी
Mahender Singh
Don’t wait for that “special day”, every single day is speci
Don’t wait for that “special day”, every single day is speci
पूर्वार्थ
दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम
दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम
gurudeenverma198
युगांतर
युगांतर
Suryakant Dwivedi
* पहचान की *
* पहचान की *
surenderpal vaidya
भारती-विश्व-भारती
भारती-विश्व-भारती
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
तुलसी जयंती की शुभकामनाएँ।
तुलसी जयंती की शुभकामनाएँ।
Anil Mishra Prahari
💐प्रेम कौतुक-518💐
💐प्रेम कौतुक-518💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
2260.
2260.
Dr.Khedu Bharti
"मेरे तो प्रभु श्रीराम पधारें"
राकेश चौरसिया
ग्रामीण ओलंपिक खेल
ग्रामीण ओलंपिक खेल
Shankar N aanjna
शरीफ यात्री
शरीफ यात्री
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
परम तत्व का हूँ  अनुरागी
परम तत्व का हूँ अनुरागी
AJAY AMITABH SUMAN
#आज_का_दोहा
#आज_का_दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
नववर्ष
नववर्ष
Mukesh Kumar Sonkar
हौसला
हौसला
Monika Verma
यह ज़िंदगी है आपकी
यह ज़िंदगी है आपकी
Dr fauzia Naseem shad
चन्द ख्वाब
चन्द ख्वाब
Kshma Urmila
नशा
नशा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
भगवा है पहचान हमारी
भगवा है पहचान हमारी
Dr. Pratibha Mahi
"बँटबारे का दंश"
Dr. Kishan tandon kranti
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
Rj Anand Prajapati
7) “आओ मिल कर दीप जलाएँ”
7) “आओ मिल कर दीप जलाएँ”
Sapna Arora
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
Shweta Soni
✍️ शेखर सिंह
✍️ शेखर सिंह
शेखर सिंह
हर पल ये जिंदगी भी कोई खास नहीं होती ।
हर पल ये जिंदगी भी कोई खास नहीं होती ।
Phool gufran
हम कोई भी कार्य करें
हम कोई भी कार्य करें
Swami Ganganiya
लिखता हम त मैथिल छी ,मैथिली हम नहि बाजि सकैत छी !बच्चा सभक स
लिखता हम त मैथिल छी ,मैथिली हम नहि बाजि सकैत छी !बच्चा सभक स
DrLakshman Jha Parimal
सत्य आराधना
सत्य आराधना
Dr.Pratibha Prakash
Loading...