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27 Jun 2020 · 1 min read

कुछ ख्वाब बुने ।

इस आसमां के तले, आज फिर कुछ ख्वाब बुने ।

दिल ने मन को खामोश रहने की हिदायत दी ।

और मन बावरा कभी इधर तो कभी उधर चले फिरे ।।

इस आसमां के तले, आज फिर कुछ ख़्वाब बुने ।

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 261 Views
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