कुछ क्षणिकाएं .. प्रीत पर
धडकनों का ना शोर है l
प्रीत में सही न जोर है ll
रख रख विश्वास की साँस l
प्रीत रहेगी ख़ास ख़ास ll
गुरूर से लदा लदा है l
क्यों इश्क का इरादा है ll
भय भरा है बदनामी का l
क्या मतलब प्रीत हामी का ll
भरा भय ही भय है l
प्रीत में ना लय है ll
गर परम प्रीत की न रात है l
प्रीत प्रयास न पर्याप्त है ll
अरविन्द व्यास “प्यास”