Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2017 · 1 min read

कुंडलिया छंद

कुंडलिया छंद-
मिलना मुश्किल हो गया,जग में अच्छे मित्र।
अंकित सबके हृदय में,एक स्वार्थमय चित्र।
एक स्वार्थमय चित्र,करे बस चिंता अपनी।
मुँह में केवल दोस्त,स्वयं की चले सुमिरनी।
मिले न कोई धाय,भूल सब बैठे खिलना।
रहिए अपने गेह,किसी से क्योंकर मिलना।।
डाॅ. बिपिन पाण्डेय

645 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चंदा मामा से मिलने गए ,
चंदा मामा से मिलने गए ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ख्वाहिशें आँगन की मिट्टी में, दम तोड़ती हुई सी सो गयी, दरार पड़ी दीवारों की ईंटें भी चोरी हो गयीं।
ख्वाहिशें आँगन की मिट्टी में, दम तोड़ती हुई सी सो गयी, दरार पड़ी दीवारों की ईंटें भी चोरी हो गयीं।
Manisha Manjari
ढूंढें .....!
ढूंढें .....!
Sangeeta Beniwal
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
Yogendra Chaturwedi
नील पदम् NEEL PADAM
नील पदम् NEEL PADAM
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं
तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं
Ram Krishan Rastogi
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
Dr Tabassum Jahan
चली गई है क्यों अंजू , तू पाकिस्तान
चली गई है क्यों अंजू , तू पाकिस्तान
gurudeenverma198
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
Neeraj Agarwal
गोस्वामी तुलसीदास
गोस्वामी तुलसीदास
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
*रामदेव जी धन्य तुम (नौ दोहे)*
*रामदेव जी धन्य तुम (नौ दोहे)*
Ravi Prakash
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रमेशराज के नवगीत
रमेशराज के नवगीत
कवि रमेशराज
4- हिन्दी दोहा बिषय- बालक
4- हिन्दी दोहा बिषय- बालक
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
क्या अब भी तुम न बोलोगी
क्या अब भी तुम न बोलोगी
Rekha Drolia
#जय_सियाराम
#जय_सियाराम
*Author प्रणय प्रभात*
"मन"
Dr. Kishan tandon kranti
महफ़िल में गीत नहीं गाता
महफ़िल में गीत नहीं गाता
Satish Srijan
पता नहीं था शायद
पता नहीं था शायद
Pratibha Pandey
1) आखिर क्यों ?
1) आखिर क्यों ?
पूनम झा 'प्रथमा'
समस्या है यह आएगी_
समस्या है यह आएगी_
Rajesh vyas
जनाब बस इसी बात का तो गम है कि वक्त बहुत कम है
जनाब बस इसी बात का तो गम है कि वक्त बहुत कम है
Paras Mishra
क्या मुझसे दोस्ती करोगे?
क्या मुझसे दोस्ती करोगे?
Naushaba Suriya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Dr. Sunita Singh
जो कहा तूने नहीं
जो कहा तूने नहीं
Dr fauzia Naseem shad
2412.पूर्णिका
2412.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आरंभ
आरंभ
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
💐प्रेम कौतुक-215💐
💐प्रेम कौतुक-215💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हिंदी
हिंदी
पंकज कुमार कर्ण
सांप्रदायिक उन्माद
सांप्रदायिक उन्माद
Shekhar Chandra Mitra
Loading...