Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2019 · 1 min read

#कुंडलिया//कैसे जीवन हो ख़ुशहाल

सदा कर्म पर दाद दो , जलन करो मत भूल।
फूलों बदले फूल हैं , शूलों बदले शूल।।
शूलों बदले शूल , रखो यह याद हमेशा।
जीवन हो ख़ुशहाल , रहे संकट न कलेशा।
सुन प्रीतम की बात , सबसे बनिए तुम ज़ुदा।
सबसे हो पहचान , आँगन रहे प्रेम सदा।

भागे डरकर हार जो , अपना रोना रोय।
जीवित मुर्दा एक वो , बचा सके ना कोय।।
बचा सके ना कोय , परिस्थितियों को जीतो।
लड़ो ग़मों से ख़ूब , नहीं कायर-से बीतो।
सुन प्रीतम की बात , हौंसले से सब जागे।
बढ़ो धैर्य से मीत , सुनो डर भी डर भागे।

बीती बातें भूल के , ख़ुशियाँ चुनो हज़ार।
बने खिले नववर्ष यूँ , मंगल का आधार।।
मंगल का आधार , मज़े में झूमो यारों।
छोड़ तनाव मिज़ाज़ , उचित हो धर्म विचारो।
सुन प्रीतम की बात , आरज़ू उसकी जीती।
जो चलता यह सोच , बात बीती सो बीती।

भूलो मत औक़ात तुम , बड़े बोल मत बोल।
धूप-छाँव-सी ज़िन्दगी , देगी पर्दा खोल।।
देगी पर्दा खोल , वक़्त का पहिया घूमे।
चाहे हो बलवान , क़दम इसके है चूमे।
सुन प्रीतम की बात , ख़ुशी का झूला झूलो।
रखो धर्म को याद , इसे भूले मत भूलो।

#आर.एस. ‘प्रीतम’

3 Likes · 2 Comments · 446 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
मोहब्बत से जिए जाना ज़रूरी है ज़माने में
मोहब्बत से जिए जाना ज़रूरी है ज़माने में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
Memories
Memories
Sampada
✍️ख्वाहिशें जिंदगी से ✍️
✍️ख्वाहिशें जिंदगी से ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
बदलती दुनिया
बदलती दुनिया
साहित्य गौरव
दुमका संस्मरण 2 ( सिनेमा हॉल )
दुमका संस्मरण 2 ( सिनेमा हॉल )
DrLakshman Jha Parimal
धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
Manisha Manjari
वो सुहानी शाम
वो सुहानी शाम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जीवन जोशी कुमायूंनी साहित्य के अमर अमिट हस्ताक्षर
जीवन जोशी कुमायूंनी साहित्य के अमर अमिट हस्ताक्षर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रेम
प्रेम
Dr.Priya Soni Khare
💐अज्ञात के प्रति-139💐
💐अज्ञात के प्रति-139💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मदद
मदद
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कुछ तो होता है ना, जब प्यार होता है
कुछ तो होता है ना, जब प्यार होता है
Anil chobisa
सुबह-सुबह की लालिमा
सुबह-सुबह की लालिमा
Neeraj Agarwal
किसी एक के पीछे भागना यूं मुनासिब नहीं
किसी एक के पीछे भागना यूं मुनासिब नहीं
Dushyant Kumar Patel
23/219. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/219. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शिशुपाल वध
शिशुपाल वध
SHAILESH MOHAN
जिनके पास
जिनके पास
*Author प्रणय प्रभात*
अपनी बड़ाई जब स्वयं करनी पड़े
अपनी बड़ाई जब स्वयं करनी पड़े
Paras Nath Jha
*सावन में अब की बार
*सावन में अब की बार
Poonam Matia
मौसम मौसम बदल गया
मौसम मौसम बदल गया
The_dk_poetry
यूँही तुम पर नहीं हम मर मिटे हैं
यूँही तुम पर नहीं हम मर मिटे हैं
Simmy Hasan
कोई भी जंग अंग से नही बल्कि हौसले और उमंग से जीती जाती है।
कोई भी जंग अंग से नही बल्कि हौसले और उमंग से जीती जाती है।
Rj Anand Prajapati
साए
साए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*नज़्म*
*नज़्म*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कवि की कल्पना
कवि की कल्पना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
डॉ० रामबली मिश्र हरिहरपुरी का
डॉ० रामबली मिश्र हरिहरपुरी का
Rambali Mishra
योग न ऐसो कर्म हमारा
योग न ऐसो कर्म हमारा
Dr.Pratibha Prakash
Loading...