कुंडलियां छंद -*चीनी को अब खुद रखें *
चीनी को अब खुद रखें, खुद से थोड़ी दूर।
खुद की भी सेहत रहे, ड्रेगन चकना चूर।।
ड्रेगन चकनाचूर,नशा उसका उतरेगा।
भारत में हर ओर,स्वावलम्बन पनपेगा।
कहै अटल कविराय ,नींद जिसने है छीनी।
कीजिए बहिष्कार,सुधर जायेंगे चीनी।