Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Sep 2021 · 1 min read

किस्सा हिंदी का

आओ बच्चों किस्सा सुनाऊं ,हिंदी के इतिहास का।
व्याकरण में बड़ा महत्त्व है , संधि और समास का।
हिंदी पढ़ेंगे,हिंदी लिखेंगे,
हिंदी को कभी भी हम, नहीं भूलेंगे।

हिंदी के इतिहास को, चार भागों में बांटा है।
आदि,भक्ति, रीति के बाद, आधुनिक आता है।
आदि गाता गीत वीर के, भक्ति में ईश बखाना है।
रीतिकाल में भूप महिमा,अब तो विभिन्न खज़ाना है।
सूरदास का वात्सल्य अच्छा, कबीरदास की साखियाँ।
तुलसी भक्ति बड़ी निराली, प्रेमचंद की कहानियां।
वर्णों से निर्माण शब्द का, शब्दों से वाक्यांश का।
व्याकरण में बड़ा महत्व है, संधि और समास का।
हिंदी पढ़ेंगे,हिंदी लिखेंगे,
हिंदी को कभी भी हम, नहीं भूलेंगे।

केशवदास की रामचंद्रिका, भूषण का छत्रसाल है।
सेनापति गए देखने, बागों का क्या हाल है।
रामचंद्र की चिंतामणि में, भावों का ही काम है।
महादेवी की यामा पर तो, ज्ञानपीठ का नाम है।
पंत-निराला कैसे छोड़ू, छाया के आधार है।
याद सरोज की गाथा तो, करुणा का पारावार है।
सब कवियों ने ध्यान रखा है, इसके स्वाभिमान का।
व्याकरण में बड़ा महत्त्व है, संधि और समास का।
हिंदी बोलेंगे, हिंदी लिखेंगे,
हिंदी को कभी हम , नहीं भूलेंगे।

शिवचरण मीना

Language: Hindi
2 Likes · 1019 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*नए दौर में पत्नी बोली, बनें फ्लैट सुखधाम【हिंदी गजल/ गीतिका】
*नए दौर में पत्नी बोली, बनें फ्लैट सुखधाम【हिंदी गजल/ गीतिका】
Ravi Prakash
जब बातेंं कम हो जाती है अपनों की,
जब बातेंं कम हो जाती है अपनों की,
Dr. Man Mohan Krishna
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
हरवंश हृदय
दास्तां
दास्तां
umesh mehra
अपना मन
अपना मन
Harish Chandra Pande
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
आर.एस. 'प्रीतम'
तुम्हारी है जुस्तजू
तुम्हारी है जुस्तजू
Surinder blackpen
जब जब ……
जब जब ……
Rekha Drolia
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shweta Soni
भगोरिया पर्व नहीं भौंगर्या हाट है, आदिवासी भाषा का मूल शब्द भौंगर्यु है जिसे बहुवचन में भौंगर्या कहते हैं। ✍️ राकेश देवडे़ बिरसावादी
भगोरिया पर्व नहीं भौंगर्या हाट है, आदिवासी भाषा का मूल शब्द भौंगर्यु है जिसे बहुवचन में भौंगर्या कहते हैं। ✍️ राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
2574.पूर्णिका
2574.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
■ बधाई
■ बधाई
*Author प्रणय प्रभात*
कैसे कह दूं
कैसे कह दूं
Satish Srijan
शायरी
शायरी
goutam shaw
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
Ranjeet kumar patre
मौन देह से सूक्ष्म का, जब होता निर्वाण ।
मौन देह से सूक्ष्म का, जब होता निर्वाण ।
sushil sarna
प्रभात वर्णन
प्रभात वर्णन
Godambari Negi
प्रथम गुरु
प्रथम गुरु
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हासिल नहीं है कुछ
हासिल नहीं है कुछ
Dr fauzia Naseem shad
Mujhe laga tha ki meri talash tum tak khatam ho jayegi
Mujhe laga tha ki meri talash tum tak khatam ho jayegi
Sakshi Tripathi
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-353💐
💐प्रेम कौतुक-353💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी माटी मेरा देश भाव
मेरी माटी मेरा देश भाव
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
Seema Verma
LIFE has many different chapters. One bad chapter does not m
LIFE has many different chapters. One bad chapter does not m
आकांक्षा राय
कविता
कविता
Rambali Mishra
Stop cheating on your future with your past.
Stop cheating on your future with your past.
पूर्वार्थ
रमेशराज के विरोधरस दोहे
रमेशराज के विरोधरस दोहे
कवि रमेशराज
यह तो अब तुम ही जानो
यह तो अब तुम ही जानो
gurudeenverma198
छवि अति सुंदर
छवि अति सुंदर
Buddha Prakash
Loading...