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12 Jul 2019 · 1 min read

किसी के गम में आंसू

किसी के गम में आंसू बहाकर तो देखो
रोता मिले जो कोई हंसाकर तो देखो

तुम्हें यह दिल्लगी भूल जानी ही पड़ेगी
शिकस्ता दिलों को पास बिठाकर तो देखो

जीत ही जीत मिलेगी फिर तो हर क़दम पर
कभी खुद से खुद को हराकर तो देखो

हकीकत नहीं कि यह दुनिया है सारी गलत
गिरेबां में नज़रों को झुकाकर तो देखो

यह भी है तरीका गुनाहों से माफी का
पशेमानी के आंसू बहाकर तो देखो

सब अपने ही है और अपने ही रहेंगे
तअस्सुब के चश्मे को हटाकर तो देखो

रब हो गया अगर राज़ी, समझो सब राजी
टूटे दिलों को हिम्मत बंधाकर तो देखो

चमकेगा यकीनन खुद ही नाम दुनिया में
हस्ती को अपनी ज़रा मिटाकर तो देखो

2 Likes · 387 Views
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