किसानों की गर्मी देखिये
हर तरफ फैली निराशा
का नजारा देखिये
अन्नदाता की भूख हड़ताल
का तमाशा देखिये ।
ईस्वर बना पत्थर की मूर्ति
मंदिरों से अलाव का धुंआ उठता देखिये
किसान खड़ा आसमान के नीचे
ठंडी हवाओं की हताशा देखिए ।
धृतराष्ट्र फैंक रहा है पासा
भविष्य की मायूस कहानी सोचिए
कर रहे सत्याग्रह अहिंसक
हल-फाबड़ों की सहन शक्ति देखिए ।
निगल रहा कोहरा सूर्य को
धरती पर किसानों के पसीने में गर्मी देखिये
वोट लेकर , नागरिक हुआ अराजक
कुर्सी की नीयत देखिए ।
हर कौना कुरुक्षेत्र हो गया
शंखों की ध्वनियां उठ रही है
हर वोटर बार्बरीक हो रहा
गणराज्य की जीत का जश्न देखिए ।
हर आवाज़ विद्रोह हो रही
लोकतंत्र की बर्बादी का नजारा देखिये
कूटनीती भी पूज्यनीय हो गयी
समाचारों की झूठी कहानी देखिये ।
हंसते हुए युवाओं की हंसी में
कुंठा की दहशत देखिये
काल कर रहा राजसूय यज्ञ
भविष्य की आहुति देखिए ।