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31 Mar 2017 · 1 min read

काले मेघा जब तुम आना

काले मेघा जब तुम आना
छत पर मेरी भी आ जाना
अपनी शीतलता से कुछ तो
इस तन मन की अगन बुझाना

नफरत की जो धूप सही है
बेल प्रेम की सूख रही है
हरा भरा करने ही उसको
नेह भरा अमृत बरसाना
काले मेघा जब तुम आना

बात पुरानी याद दिलाती
तन्हाई यूँ मुझे सताती
गरज गरज कर थोड़ा सा तो
मेरी खातिर इसे डराना
काले मेघा जब तुम आना

आँखों से सागर सा बरसे
जीवन खुशियों को ये तरसे
इंद्रधनुष के रँग बिखरा कर
बूंदों के तुम राग सुनाना
काले मेघा जब तुम आना

डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद (उ प्र)

Language: Hindi
Tag: गीत
508 Views
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