Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2021 · 1 min read

कारवाँ दोस्ती का

कारवां दोस्ती का…
लाजमी है दुश्मन मेरे
क्यूं ना करेंगे साजिशें
रंज तो तब है सरल
जब दोस्त इसे अंजाम दे।

आज फिर दामन मेरी
दोस्ती का दागदार हुआ
आज फिर एक दोस्त मेरा
रुसवा सारे बाजार हुआ।

कब तक इस मक्कारी का
मैं बनता रहूंगा साक्षी
चाहता हूं मैं कि ये
सूरत बदलनी चाहिए।

क्यूं हैं चंद लोग अपने
झूठ की चादर लपेटे
क्यूं नहीं कुछ लोग मेरे
चाहते हैं सच को समझना।

एक एक कर मेरा कारवां
सिकुड़ता जा रहा है
झूठे अहम की खातिर अपना
एक एक दोस्त बिखरता जा रहा है।

संजय श्रीवास्तव
बालाघाट म प्र

Language: Hindi
1 Like · 405 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Er. Sanjay Shrivastava
View all
You may also like:
सफर की महोब्बत
सफर की महोब्बत
Anil chobisa
मेनका की ‘मी टू’
मेनका की ‘मी टू’
Dr. Pradeep Kumar Sharma
-- दिखावटी लोग --
-- दिखावटी लोग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है।
शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है।
प्रेमदास वसु सुरेखा
दिल तेरी राहों के
दिल तेरी राहों के
Dr fauzia Naseem shad
लेशमात्र भी शर्म का,
लेशमात्र भी शर्म का,
sushil sarna
5 हाइकु
5 हाइकु
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"सोज़-ए-क़ल्ब"- ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*पाऍं कैसे ब्रह्म को, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
*पाऍं कैसे ब्रह्म को, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
💐Prodigy Love-7💐
💐Prodigy Love-7💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
" बेशुमार दौलत "
Chunnu Lal Gupta
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के व्यवस्था-विरोध के गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के व्यवस्था-विरोध के गीत
कवि रमेशराज
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
"वक्त के पाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
"प्यार की कहानी "
Pushpraj Anant
हर मोड़ पर ,
हर मोड़ पर ,
Dhriti Mishra
जय माता दी -
जय माता दी -
Raju Gajbhiye
" दिल गया है हाथ से "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
खुदकुशी से पहले
खुदकुशी से पहले
Shekhar Chandra Mitra
धार में सम्माहित हूं
धार में सम्माहित हूं
AMRESH KUMAR VERMA
होरी खेलन आयेनहीं नन्दलाल
होरी खेलन आयेनहीं नन्दलाल
Bodhisatva kastooriya
हिंदू सनातन धर्म
हिंदू सनातन धर्म
विजय कुमार अग्रवाल
एक शाम उसके नाम
एक शाम उसके नाम
Neeraj Agarwal
क्यों और कैसे हुई विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत। क्या है 2023 का थीम ?
क्यों और कैसे हुई विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत। क्या है 2023 का थीम ?
Shakil Alam
जीवन की गाड़ी
जीवन की गाड़ी
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बदलाव
बदलाव
Shyam Sundar Subramanian
हार मानूंगा नही।
हार मानूंगा नही।
Rj Anand Prajapati
प्यार है ही नही ज़माने में
प्यार है ही नही ज़माने में
SHAMA PARVEEN
तेरी चाहत का कैदी
तेरी चाहत का कैदी
N.ksahu0007@writer
Loading...