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30 Jun 2018 · 1 min read

कानून का राज

कानून का राज है

किसी का बदन जो उघाड़े यहां पर,,
वो कैसे भला खुश रहेगा वहां पर,,

झांसे ही झांसे किये जिसने हमेशा,,
न आशा मिली न ही राम यहां पर,,

टूटे बहुत धर्मवादी,बहु गुण प्रवीना,,
हथौड़ी जब चली जज की यहाँ पर,,

शिखर से वो धूलि मैं मिल गये है,,
कानून जिनका अलग था जहां पर,,

बाबा साहेब की कलम का लेख है जो,,
मनु सब जानलो वो अमिट है यहां पर,,
मानक लाल मनु,,,,,?

Language: Hindi
1 Comment · 421 Views
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