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9 Aug 2016 · 1 min read

कातिल हमारा मुकर गया

कभी किस्मत कभी फिर सहारा मुकर गया
कश्ती जो लगी पार फिर किनारा मुकर गया
*********************************
लगा के धार भी दी हमने खुद खंजर पे मगर
वक्त जो आया कातिल फिर हमारा मुकर गया
*********************************
कपिल कुमार
09/08/2016

Language: Hindi
1 Comment · 206 Views
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