कातिलाना अदा
हो देखना पलट कर
या धीरे से मुस्कुराना
हसीनों की होती है
हर अदा ही कातिलाना
उसको ही गनीमत
समझिएगा साहब
यहां जिसका न बना दें
वे अंदाज़ शायराना…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)
हो देखना पलट कर
या धीरे से मुस्कुराना
हसीनों की होती है
हर अदा ही कातिलाना
उसको ही गनीमत
समझिएगा साहब
यहां जिसका न बना दें
वे अंदाज़ शायराना…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)