क़िस्मत का खेल
इतने चेहरे
दुनिया में लेकिन
मेरे दरपन में
कोई नहीं!
इतने फ़ूल
बगिया में लेकिन
मेरे दामन में
कोई नहीं!
क़िस्मत का
खेल है यह
या साज़िश
समाज की!
इतने तारे
आकाश में लेकिन
मेरे आंगन में
कोई नहीं!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)