Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2020 · 1 min read

कह रहा है यार तेरा

कह रहा है यार तेरा
था दिखावा प्यार तेरा

मीठी बोली बोलती हो
लहजा है हथियार तेरा

इतना सुनकर मैं हूँ हैरां
झूठा था किरदार तेरा

धोखा था फितरत में तेरी
सह न पाया वार तेरा

अब तलक कोई न समझा
सबसे यूँ इज़हार तेरा

अपनी ही बस लिखता जाए
ऐसा है अखबार तेरा

बात से तेरी यूँ लगता
अच्छा है घर बार तेरा

उतरा उतरा चेहरा है
मर गया फनकार तेरा

कितना खुश रहता है ‘सागर’
देखना दिलदार तेरा
#सागर

2 Likes · 1 Comment · 280 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कोई तो रोशनी का संदेशा दे,
कोई तो रोशनी का संदेशा दे,
manjula chauhan
दो का पहाडा़
दो का पहाडा़
Rituraj shivem verma
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
देखो ना आया तेरा लाल
देखो ना आया तेरा लाल
Basant Bhagawan Roy
अपना भी नहीं बनाया उसने और
अपना भी नहीं बनाया उसने और
कवि दीपक बवेजा
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
पड़ोसन के वास्ते
पड़ोसन के वास्ते
VINOD CHAUHAN
"रंग"
Dr. Kishan tandon kranti
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
Atul "Krishn"
(1) मैं जिन्दगी हूँ !
(1) मैं जिन्दगी हूँ !
Kishore Nigam
राह पर चलना पथिक अविराम।
राह पर चलना पथिक अविराम।
Anil Mishra Prahari
प्रियतमा
प्रियतमा
Paras Nath Jha
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
लक्की सिंह चौहान
"संवाद "
DrLakshman Jha Parimal
बलात्कार
बलात्कार
rkchaudhary2012
Kashtu Chand tu aur mai Sitara hota ,
Kashtu Chand tu aur mai Sitara hota ,
Sampada
निशानी
निशानी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
गुनाह लगता है किसी और को देखना
गुनाह लगता है किसी और को देखना
Trishika S Dhara
संवेदना बोलती आँखों से 🙏
संवेदना बोलती आँखों से 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जरूरत के हिसाब से ही
जरूरत के हिसाब से ही
Dr Manju Saini
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"सियासत का सेंसेक्स"
*Author प्रणय प्रभात*
सीखने की भूख
सीखने की भूख
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
दरवाज़ों पे खाली तख्तियां अच्छी नहीं लगती,
दरवाज़ों पे खाली तख्तियां अच्छी नहीं लगती,
पूर्वार्थ
आंखें मूंदे हैं
आंखें मूंदे हैं
Er. Sanjay Shrivastava
आउट करें, गेट आउट करें
आउट करें, गेट आउट करें
Dr MusafiR BaithA
एक ऐसा दोस्त
एक ऐसा दोस्त
Vandna Thakur
🪁पतंग🪁
🪁पतंग🪁
Dr. Vaishali Verma
Loading...